हत्याकांड का मुख्य आरोपी दो साल बाद गिरफ़्तार।
दरभंगा: भूलन मुखिया हत्याकांड में दो साल बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों में राजे निवासी धीरज मुखिया और राजे टोल प्लाजा मुसहरी टोला का संजीत सदाय शामिल है।
बेनीपुर एसडीपीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि 18 मई 2023 को भूलन मुखिया की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक की पत्नी राजो देवी ने मनीगाछी थाने में कांड संख्या 104/2023 दर्ज कराई थी। इसमें गांव के धीरज मुखिया और दुर्गा मुखिया को आरोपित बनाया गया था।

घटना के बाद से मुख्य आरोपित धीरज मुखिया गांव छोड़कर फरार हो गया था। उसने अपनी सारी संपत्ति बेच दी थी। मामले की जांच के लिए थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। इसमें सहायक दारोगा राजेश कुमार, पीटीसी रामबाबू समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे।

जांच में पता चला कि धीरज मुखिया मधुबनी जिले के पंडौल थाना क्षेत्र के तेतराहा गांव में अपने ननिहाल में घर बनाकर रह रहा है। वह अब तक सात सिम कार्ड बदल चुका था। लेकिन मोबाइल नंबर एक ही रखने से पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई। इसके बाद पंडौल थाना की मदद से छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में धीरज ने बताया कि भूमि विवाद को लेकर उसने संजीत सदाय के साथ मिलकर हत्या की थी। 18 umमई को भूलन मुखिया पोखरा में अकेले मछली मार रहा था। इसी दौरान दोनों ने बेल्ट से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। फिर शव को पोखरा में ही छिपा दिया। पुलिस जांच में दुर्गा मुखिया की संलिप्तता नहीं पाई गई है।

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