खसरा एवं रूबेला से बचाव के लिये चलेगा व्यापक टीकाकरण अभियान। Voice of Darbhanga
दरभंगा: 9 माह से लेकर 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को खसरा एवं रूबेला से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा। 20 जनवरी से पूरे राज्य में यह कार्यक्रम शुरू होगा। इससे संबंधित एक कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सभागार में किया गया । कार्यशाला में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने बताया कि खसरा एक जानलेवा रोग है तथा इससे बच्चों में अपंगता एवं अन्य तरह के घातक जटिलताएं उत्पन्न होती है । इसी प्रकार रूबेला रोग भी काफी घातक है। अगर स्त्री को गर्भावस्था के आरंभ में रूबेला संक्रमण हो जाए तो बच्चों में जन्मजात रूबैल्ला सिंड्रोम विकसित हो सकता है। जिसके वजह से बच्चों के आंखों में ग्लूकोमा या मोतियाबिंद ,कान का बहरापन ,मस्तिष्क से संबंधित बीमारियां एवं दिल की बीमारियां भी होने की संभावना बढ़ जाती है। इन बीमारियों से बचाव का टीकाकरण ही एकमात्र रास्ता है।
कार्यशाला में यह बताया गया कि इस अभियान को सफल बनाने में स्कूल, आंगनवाड़ी सेविका तथा जनप्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका है और सभी के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रूबैल्ला एवं खसरा के टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं तथा इससे शरीर पर किसी तरह का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। यह बीमारियों से बचाव के लिए बेहद जरूरी टीका हैं।
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग , समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पल्स पोलियो अभियान की तरह ही खसरा- रूबेला टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य योजना बनाई जाए एवं प्रचार प्रसार संबंधी कार्य अच्छी तरह से किए जाएं। बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए यह टीका बेहद जरूरी है।
कार्यशाला में इस टीकाकरण अभियान से संबंधित पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ,डीपीओ आईसीडीएस, डीएमसीएच के अधीक्षक ,सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, यूनिसेफ के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।
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