Home Featured 21वीं शताब्दी में शोध के आंकड़े एवं निष्कर्ष हो रहे सटीक: डॉ0 सीएसएस ठाकुर।
February 20, 2020

21वीं शताब्दी में शोध के आंकड़े एवं निष्कर्ष हो रहे सटीक: डॉ0 सीएसएस ठाकुर।

दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग में आईसीएसएसआर नई दिल्ली द्वारा संपोषित 10 दिवसीय सामाजिक विज्ञान में शोध पद्धति विषय पर कार्यशाला गुरुवार को भी आयोजित की गई। कार्यशाला के दूसरे दिन अतिथि वक्ता के रूप में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के प्रो० सीएसएस ठाकुर ने कहा कि 21वीं शताब्दी में शोध के आंकड़ें व निष्कर्ष बहुत हद तक सटीक हो रहें हैं। वस्तुत: शोध प्रारूप में निरंतर नवाचार हो रहें हैं। प्रथम सत्र में समाजशास्त्र विभाग के प्रो० गोपी रमण सिंह ने समाजिक शोध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शोध का विषय स्पष्ट होना चाहिए। वहीं द्वितीय सत्र में विश्वविद्यालय वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग के डॉ दीवाकर झा ने शोध के महत्व पर प्रकाश डाला। तृतीय सत्र में विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के प्रो० ध्रुव कुमार ने वर्णनात्मक सांख्यिकी विषय पर प्रकाश डाला। इस मौके पर समाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष और कार्यशाला के निदेशक प्रो० विनोद कुमार चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर डॉ० मंजू झा, सरोज चौधरी, डॉ० सारिका पांडेय, सूचीलक्ष्मी कुमारी, प्राणतारती भंजन आदि उपस्थित थे।

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