बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर वामदलों ने निकाला प्रतिवाद मार्च।
दरभंगा: बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर वामदलों सीपीआई, सीपीएम, भाकपा (माले), एमसीपीआई, एसयूसीआई (सी) के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर सोमवार को वामदलों ने लहेरियासराय स्थित पोलो मैदान से प्रतिवाद मार्च निकाला। शहर के विभिन्न चौक-चौराहा होते हुए जिला समाहरणालय पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व सीपीआई जिला कार्यकारिणी सदस्य व किसान सभा के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी, सीपीएम नेता गोपाल ठाकुर, सीपीआई नेता भूषण मंडल, एमसीपीआई नेता विनोद झा, एसयूसीआई सी के मोहम्मद मुजाहिद ने किया।
समाहरणालय पर सीपीआई सहायक जिला मंत्री सुधीर कुमार, सीपीएम नेता सुधीर कांत मिश्र व भाकपा (माले) नेता भूषण मंडल की अध्यक्षता में सभा हुई। सीपीआई के जिला सचिव नारायणजी झा ने कहा कि देश में लगातार बढ़ती बेरोजगारी और पेट्रोलियम पदार्थों की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ
वामदलों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर जिले में 25 से 30 मई तक सघन आंदोलनात्मक अभियान चला और 30 मई को जिला मुख्यालयों पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन हुआ। उन्होंने कहा कि पेट्रोल व डीजल की बेतहाशा बढ़ी कीमतों में मामूली सी गिरावट करके केंद्र सरकार अपनी पीठ थपथपाना चाहती है। मोदी सरकार रूस व उक्रेन युद्ध का बहाना बनाकर पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत लगातार बढ़ाती गई।
सीपीएम जिला सचिव अविनाश कुमार ठाकुर मंटू ने कहा कि राज्य में बिजली बिल पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी हो रहे खर्च में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। फीस से लेकर किताबें, यूनीफॉर्म, स्टेशनरी, स्कूल बस भाड़ा में 50 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। मजबूरन लोगों को कर्ज लेना पड़ रहा है और वे लगातार कर्ज के भंवरजाल में फंसते जा रहे हैं।
वहीं माले नेता व इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नियाज अहमद ने कहा कि लगातार जिले में अपराधिक घटनाएं घट रही है। जिला और प्रदेश में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। दिन प्रतिदिन हत्या, बलात्कार, लूट आदि की घटनाएं घट रही है। प्रशासन के नाक के नीचे हत्या हो जाती है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है। एमसीपीआई नेता निरंजन सिंह ने कहा कि बेरोजगारी अब तक के इतिहास में अपने सबसे उच्चतर पायदान पर है। सरकार बेरोजगारों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बना रही है। आने वाले दिनों में विश्व का सबसे युवा देश सबसे बेरोजगारी वाला देश बनते जा रहा है। कई सरकारी और गैर सरकारी
संस्थानों में 90 प्रतिशत तक पद खाली है लेकिन सरकार इन पदों पर नई भर्ती के बदले सभी सरकारी संस्थानों को अपने उद्योगपति मित्रों के हाथों बेच रही है। सरकार की इस निजीकरण नीति के कारण फिर यह देश एक कंपनी का गुलाम बनते जा रहा है। एसयूसीआईसी के नेता सुरेंद्र दयाल सुमन ने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं विफल है। वहीं सीपीएम राज्य सचिव मंडल सदस्य श्याम भारती ने कहा कि 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस पर महागठबंधन के द्वारा आयोजित भाजपा-जदयू सरकार की असफलता के खिलाफ आयोजित कार्यक्रम में वाम दल के कार्यकर्ता पूरे जोर-शोर से भाग लेंगे। गांव स्तर पर उसकी तैयारी चल रही है।
सभा के उपरांत एक बाम दलों का शिष्टमंडल डीएम से मिलकर मांग पत्र सौंपा। सभा को सीपीआई के प्रो. शबीर अहमद बेग, राम श्रृंगार सिंह, सुधीर कुमार राय आदि ने भी संबोधित किया।
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