हायाघाट की बेटी मोहिनी झा बनी सीए, पिता की मौत के बाद भी मां ने नही टूटने दिया हौसला।
दरभंगा: इंसान यदि ठान ले तो मुश्किल हालतों में भी मंजिल पा ही लेता है। इसमें पुरुष ही नहीं, महिला भी पीछे नहीं है। इसी को चरितार्थ करते हुए दरभंगा जिला के हायाघाट के पौराम गांव की बेटी मोहिनी झा ने सीए की फाइनल परीक्षा पास की है।
मोहिनी झा का ससुराल समस्तीपुर जिले के उजियारपुर प्रखंड अंतर्गत चपता गांव में है। मोहिनी की सफलता में उसके सैनिक पति विक्की कुमार झा का भी बड़ा योगदान रहा है।
मोहिनी ने देश की कठिन परीक्षाओं में से एक चार्टर्ड एकाउंटेंट की परीक्षा उत्तीर्ण कर गांव का नाम रौशन किया है। ‘दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट आफ इंडिया’ द्वारा आयोजित इस परीक्षा के फाइनल में उसे यह सफलता मिली है।
इसके लिए उसने काफी कठिन परिश्रम किया। इसके परीक्षा में उत्तीर्ण होने से परिवार सहित गांव में जश्न का माहौल है। छात्रा मोहिनी ने बताया कि जब वह दो साल की थी तभी पिता उसके पिता राम उदित झा का देहांत हो गया था। पिता के देहांत के बाद मां नगीना देवी ने कठिन आर्थिक परिस्थितियों के बाद भी पढ़ाया लिखाया। फिर शादी के बाद में पति ने साथ देकर यहां तक पहुंचाया।
मोहिनी की दो और बहन ही है। पर उसके चचेरे भाई शिव कुमार झा ने कभी उसे भाई की कमी महसूस नहीं होने दी और पूरा सहयोग दिया।
मोहिनी ने सीए की तैयारी दिल्ली में रहकर की। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माँ और भाई के साथ साथ पति के सहयोग को दिया है।
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