आयुक्त के निरीक्षण में खुली डीएमसीएच की पोल, गायब मिले डॉक्टर-नर्स।
दरभंगा : डीएमसीएच की पोल प्रमंडलीय आयुक्त के निरीक्षण में खुल गई। इस दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक डाक्टर,नर्स और पारा मेडिकल स्टाप ड्यूटी से गायब मिले। प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार ने सभी गायब कर्मियों का ब्यौरा लेने के साथ बायोमिट्रिक सिस्टम की छायाप्रति निकलवा कर रख लिया। इसी के आधार पर निरीक्षण में ड्यूटी से गायब मिले चिकित्सक, नर्स एवं पारा मेडिकल कर्मियों की सूची तैयार होगी। जिसे निरीक्षण रिपोर्ट के साथ स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजा जाएगा।
बताया जाता है कि निरीक्षण के दौरान गायब मिलें कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बुधवार सुबह करीब आठ बजे प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार के डीएमसीएच पहुंचते ही हड़कंप मच गया। रोजाना घंटों लेट आनेवाले कर्मी भागे-भागे कार्यस्थल पर पहुंचे। प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार के आने की सूचना पर प्राचार्य डा.केएन मिश्रा पहुंचे। इसके बाद सबसे पहले इमरजेंसी विभाग का निरीक्षण किया गया। आयुक्त ने इमरजेंसी का जायजा लेने के दौरान मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं और दवा की उपलब्धता के बारे में पूछताछ किया। फिर इमरजेंसी के हाजिरी रजिस्टर का अवलोकन किया।
इस दौरान कई कर्मी गायब थे। यहां से निरीक्षण टीम सेंट्रल ओपीडी गई। जहां मेडिसिन विभाग की उपस्थिति रजिस्टर और मरीजों का ब्योरा लिया। ओपीडी में उन्होंने आर्थोपेडिक, सर्जरी, चेस्ट एंड टीबी,दवा काउंटर आदि का गहनता से निरीक्षण किया। यहां से निकल कर आयुक्त मनीष कुमार ने मेडिसिन विभाग का जायजा लिया। जहां बायोमिट्रिक हाजिरी की छायाप्रति निकाला। फिर आईसीयू पहुंचकर उन्होंने नर्सिंग स्टाफ की हाजिरी चेक की। इस दौरान उन्होंने कई आपत्तियां जताई और उपस्थित नर्सेज का परेड कराकर हाजिरी का मिलान किया। इसके बाद उपस्थिति रजिस्टर को रख लिया।
वहां से निकलने के बाद आयुक्त ने एनिस्थिया, ईएनटी, कैंसर, सुपर स्पेशियलिटी, रेडियोलाजी, सर्जरी आदि विभागों का निरीक्षण किया। दिन के करीब 12 बजे लौटने से पूर्व आयुक्त ने प्राचार्य और अधीक्षक से ओपीडी में इलाज के लिए आए मरीजों की सूची मांगी और अस्पताल में दवा की उपलब्धता का ब्यौरा लिया। साथ ही पैथोलाजिकल जांच एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी लिया। इस संबंध में प्राचार्य डा.केएन मिश्रा ने बताया कि बायोमिट्रिक हाजिरी का ब्योरा आयुक्त को उपलब्ध कराया गया है। मांगी गई अन्य जानकारी भी दी गई है।
प्रमंडलीय आयुक्त के औचक निरीक्षण का पत्र मंगलवार रात को लीक हो गया। जिसे लेकर डीएमसीएच की व्यवस्था रातों-रात चाक-चौबंद हो गई। वार्डों के बेड,ट्राली आदि पर नई चादर बिछ गई और गंदगी दूर दिखी। बताया जाता है कि सफाई कर्मियों ने मंगलवार रात में विभिन्न वार्डों एवं सड़कों को साफ कर दिया। जिस वजह से बदबूदार वातावरण आयुक्त को नहीं दिख पाया। हालांकि, निरीक्षण की जानकारी कई वरीय डाक्टरों के साथ जूनियर डाक्टर एवं तृतीय वर्गीय कर्मियों को नहीं मिली। जिसकी वजह से वे लेट पहुंचे और उनकी हाजिरी कट गई।
बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सूबे के सभी मेडिकल कालेज, सदर अस्पताल एवं पीएचसी-सीएचसी के निरीक्षण का आदेश दिया था। मेडिकल कालेज का निरीक्षण प्रमंडलीय आयुक्त, सदर अस्पताल डीएम और पीएचसी-सीएचसी की जांच का आदेश अनुमंडलीय पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को दिया गया है। जिसके मुताबिक निरीक्षण रिपोर्ट 21 नवंबर की शाम पांच बजे तक स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजने का निर्देश दिया गया है।
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