चौर में मिली अज्ञात शव की हुई पहचान, चचेरे भाई पर हत्या का आरोप।
दरभंगा: जिले के मब्बी थाना क्षेत्र के केतुका चौर के 14 नंबर फाटक स्थित खिरोई नदी में मिले अज्ञात शव की पहचान हो गई है।
मृतक थाना क्षेत्र के केतुका गांव निवासी राजेश्वर यादव का इकलौता पुत्र पिंटू यादव (25) बताया जाता है। जो जेनरल स्टोर चलाता था। बताया जाता है कि पिंटू 15 नवंबर की दोपहर घर से निकला फिर वापस नहीं लौटा। स्वजन 16 नवंबर से पिंटू की तलाश कर रहे थे। इधर,17 नवंबर रविवार को खिरोई नदी में अज्ञात शव मिलने की खबर से हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची मब्बी पुलिस ने पहचान नहीं होने पर शव को पोस्टमार्टम के बाद डीएमसीएच के शीतगृह में सुरक्षित रख दिया। मंगलवार को पुलिस शव के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटी थी।इसी बीच मृतक के स्वजन युवक की गुमशुदगी को लेकर मब्बी थाना पहुंचे। जहां से डीएमसीएच आने पर शव की पहचान स्वजन ने मृतक के कपडों से किया। मृतक के पिता राजकिशोर यादव ने जमीन विवाद में अपने पुत्र की हत्या करने का आरोप चचेरे भाई और भतीजे पर लगाया। बताया कि जमीन विवाद लेकर पिंटू की जबतक पिटाई उसका चचेरा भाई मनोज यादव कर देता था। 15 नवंबर को भी गांव के चौक पर चचेरे भाई ने पिंटू की पिटाई की। इस घटना के बाद पिंटू को किसी ने भी नहीं देखा। उन्होंने बताया कि पिंटू की पीट कर हत्या करने के बाद शव को चौर में बह रही खिरोई नदी में फेंक दिया गया। जिसे दो दिन बाद पुलिस ने बरामद किया। घटना की पुष्टि करते हुए मृतक के बहनोई मिथिलेश यादव ने भी अपने चचेरे ससुर और उनके पुत्रों पर साले की हत्या करने का आरोप लगाया। बताया कि मेरा साला पिंटू भाई में अकेले था। इसलिए जमीन विवाद को लेकर उसकी जबतक पिटाई की जाती थी। बताया जाता है कि स्वजन के पहचान सत्यापन की प्रक्रिया निपटाकर पुलिस ने शव स्वजन को सौंप दिया है। स्वजन के आवेदन पर मामला दर्जकर पुलिस छानबीन में जुटी हैं।
डीएमसीएच पोस्टमार्टम परिसर में अज्ञात शव की पहचान करने शीशो पश्चिमी पंचायत स्थित केतुका गांव के लोग उमड़ पड़े। इस दौरान सरपंच मो.अरमान खान भी मौजूद थे।
पहचान सत्यापन की प्रक्रिया चल ही रही थी कि मृतक के पिता की नजर आरोपी भतीजे पर पड़ गई। जिसके बाद वो विलाप करते हुए भतीजे और भाई को हत्या का जिम्मेवार बताने लगे।
इस पर दोनों पक्ष के लोग भिड़ गए और जमकर तू-तू,में-में होने लगी। जिसे बेंता पुलिस के जवानों एवं सरपंच मो.अरमान ने शांत कराया। बताया जाता है कि इस वजह पोस्टमार्टम परिसर में करीब एक घंटे तक अफरातफरी मची। वहीं मृतक का डेढ़ वर्ष पूर्व विवाह हुआ है और एक छह माह की एक पुत्री है। घटना से बदहवास पत्नी पोस्टमार्टम परिसर में घंटों बिलखती रही।
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