डीएम इन एक्शन: जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में लापरवाह कर्मियों पर हुई धड़ाधड़ कारवाई।
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दरभंगा: चिकित्सकों की लापरवाही से मरीज की जान जाने पर कड़ी कारवाई का संकेत देते हुए शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ0 त्यागराजन एसएम ने लापरवाह चिकित्सा कर्मी का वेतन रोक कारणपृच्छा किया है एवं दो बीएचएम को पद मुक्त करने के साथ साथ 11 मृत्युओं के लिए जिम्मेवारी तय करने का निर्देश दिया है।
शुक्रवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भारी लापरवाही उजागर हुई है। एनिमिया मरीजों को आयरन की गोली नहीं खिलाये जाने के चलते ऐसे रोगियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि एनिमिक गर्भवती महिला के प्रसव में जच्चा-बच्चा दोनों की जान जाने का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि वंडर एप के कारण चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मी द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों में बरती जा रही लापरवाही उजागर हो रही है। जिलाधिकारी ने इसे असामान्य घटना बताया है। जिलाधिकारी चेतावनी देते हुए कहा कि चिकित्सकों की लापरवाही से एक भी व्यक्ति की जान जाती है, तो उक्त चिकित्सकों को सेवा में रहने का कोई अधिकार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लापरवाह संवेदनहीन चिकित्सकों एवं कर्मियों के विरूद्ध कड़ी कारवाई होगी। समीक्षा में घनश्यामपुर, हनुमाननगर, जाले, कुशेश्वरस्थान, सिंहवाड़ा प्रखंडों में अलर्ट प्रतिवेदन अत्यंत ही असंतोषजनक पाया गया। इसको लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित बीएचएम एवं एएनएम को जिम्मेवार मानते हुए प्रखंड के एमओआईसी, बीएचएम एवं एएनएम से स्पष्टीकरण पूछा गया है और उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गयी है। वहीं घनश्यामपुर और हनुमाननगर के बीएचएम को कर्त्तव्य के लापरवाही बरतने के चलते उन्हें पदमुक्त कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि हाल के दिनों में 11 मृत्यु हुए हैं। उन सभी मृत्युओं के लिए जिम्मेवारी तय की जायेगी और दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। बैठक में प्रभारी सिविल सर्जन डा. जय प्रकाश गुप्ता, डीआईओ डा. ए.के. मिश्रा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सुशील कुमार शर्मा सहित संबंधित चिकित्सक व कर्मी मौजूद थे।
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