Home Featured जल संसाधन मंत्री ने की बाढ़ राहत कार्य एवं बाढ़ निरोधक कार्य की समीक्षा बैठक।
August 8, 2020

जल संसाधन मंत्री ने की बाढ़ राहत कार्य एवं बाढ़ निरोधक कार्य की समीक्षा बैठक।

दरभंगा: समाहरणालय स्थित अंबेडकर सभागार में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा की अध्यक्षता में बाढ़ राहत कार्य व बाढ़ निरोधक कार्य की समीक्षा बैठक की गई। उन्होंने कहा कि जिले मेें जिला प्रशासन की ओर से तेजी से बाढ़ राहत कार्य व बाढ़ निरोधक कार्य किए गए। सामूहिक प्रयास के कारण दरभंगा जिले के बांध सुरक्षित रहे। जिस तरह से सामुदायिक किचन चलाया गया, बचाव के कार्य किए गए, फूड पैकेट का एयर ड्रॉपिंग किया गया, जरूरतमंदों के बीच पॉलिथीन शीट्स का वितरण कराया गया, मवेशियों के लिए पशु चारा वितरण कराया गया, बाढ़ प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल रखा गया और खासकर कोविड-19 जैसे विपदा की घड़ी में इतनी तेजी से कार्य किए गए वह प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि जब वे पिछले वर्ष बाढ़ के दौरान वे मंत्री बनकर दरभंगा आए थे। उस समय 12-13 जुलाई को लगभग 8 जगह पर बांध टूट गए थे लेकिन इस वर्ष अभियंताओं ने प्रशंसनीय कार्य किए हैं और विभाग की छवि बदलने में भी कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को जितनी तेजी से जीआर की राशि दरभंगा में उपलब्ध कराई गई है, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने अभियंताओं को बाढ़ के स्थायी निदान के लिए कोई तकनीकी रास्ता निकालने का सुझाव दिया। हम 15 साल से देख रहे हैं कि प्रतिवर्ष हनुमाननगर में बाढ़ आती है, इसका कोई न कोई हल तो ढूंढना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बाढ़ राहत एवं बाढ़ निरोधक कार्य में ग्रामीणों ने भी अच्छी भूमिका निभाई है।उन्होंने कहा कि हरिनारायण सिंह, मुख्य अभियंता,जल संसाधन विभाग को पटना से लाया गया है। 1962 से सिंचाई के लिए नहर का कार्य लंबित है, जिसे पूरा करना है। इस योजना से दरभंगा ग्रामीण, मनीगाछी एवं मधुबनी जिला को काफी फायदा होगा।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम ने बताया कि दरभंगा के पश्चिमी क्षेत्र अधवारा समूह दक्षिणी क्षेत्र बागमती नदी में पानी ओवरफ्लो करने के कारण बाढ़ से प्रभावित रहा। खास कर के 20-22 जुलाई तक नेपाल एवं दरभंगा में भारी बारिश होने के कारण केवटी, जाले एवं सदर प्रखंड प्रभावित हो गया। 24 जुलाई के बाद बागमती बायां तटबंध में ओवरफ्लो होने के कारण हायाघाट व सिंहवाड़ा के 22 पंचायत एवं 76 गांव प्रभावित हो गए। इसके साथ ही किरतपुर, गौड़ाबौराम, घनश्यामपुर एवं बाढ़ प्रभावित हो गए। वर्तमान में 167 पंचायत पूर्ण रूपेण तथा 53 पंचायत आंशिक रूपेण, कुल 220 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष केवटी एवं सदर प्रखंड भी बाढ़ प्रभावित हो गया जहां पर बाढ़ नहीं आती है।
मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग ने कहा कि दरभंगा जिला में ज्यादातर जमींदारी बांध को लेकर समस्या है। 733 किलोमीटर लम्बाई में जमींदारी बांध बना है, जो कई स्थानों पर काफी नीचे है, जिसके कारण गोपलपुर, बहेड़ी, कर्जापट्टी, अधवारा में समस्या रहती है। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग का एक डिविजन जिले में कार्य कर रहा है। जिलाधिकारी के व्हाट्सएप ग्रुप से भी काफी सहायता मिली और बाढ़ निरोधक कार्य में ग्रामीण युवकों का सर्वाधिक योगदान रहा। उन्होंने कहा कि जमींदारी बांध के मैंटेनेंस को पंचायतों के अधीन करने पर या लघु सिंचाई विभाग को ट्रांसफर करने पर विचार किया जा सकता है। साथ ही ग्रामीण स्तर पर बाढ़ निरोधक सोसाइटी बनाने पर भी विचार किया जा सकता है।

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