Home Featured बाढ़ के बाद कराएं एक-एक प्लॉट का सर्वे, कोई भी प्रभावित किसान छूटे नहीं: मंत्री।
August 9, 2020

बाढ़ के बाद कराएं एक-एक प्लॉट का सर्वे, कोई भी प्रभावित किसान छूटे नहीं: मंत्री।

दरभंगा: जिला अतिथि गृह में रविवार को सूबे के मंत्री कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने विभागीय समीक्षा की। जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि जिले में 1,47,492 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि है जिसमें 99,137 में धान की अच्छी फसल लगी थी। इसमें 83, 564 हेक्टेयर भूमि बाढ़ या अतिवृष्टि के कारण जलप्लावित है।
मंत्री ने कहा कि बाढ़ का पानी हटने के बाद एक-एक प्लॉट का सर्वे करावें एवं सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रभावित किसान छूटे नहीं। किसान अभी कोरोना तथा बाढ़ दोनों का सामना कर रहे हैं। संयुक्त निदेशक इसका प्रभावी रूप से मूल्यांकन करते रहेंगे। सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण को निर्देश दिया गया कि अभी आम के पेड़ में जाली लगने की शिकायत मिल रही है, इसलिए ग्रुप बनाकर इसका सर्वेक्षण करें तथा किसानों को भरपूर सहायता दें। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी आठ जगहों पर पशु आश्रय स्थल चल रहा है। इनमें केवटी, हनुमाननगर, हायाघाट, दरभंगा सदर, किरतपुर, सिंहवाड़ा, कुशेश्वरस्थान एवं बहादुरपुर अंचल शामिल हैं। इस आश्रय स्थलों पर 400 क्विंटल से अधिक पशुचारा का वितरण करवाया जा चुका है। अभी तक आठ पशुओं के मरने की सूचना है, जिनमें से चार के लिए भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में पशु-दवा उपलब्ध है। मंत्री द्वारा निर्देश दिया गया कि अभी सभी कर्मी को पशु आश्रय स्थल एवं प्रखंड में सतत भ्रमणशील रखें, जिससे किसानों को कोई परेशानी न हो। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 76 हेक्टेयर में 178 तालाब की मछली बाढ़ के पानी से प्रभावित हुई है। मंत्री द्वारा उन्हें निर्देश दिया गया कि विभागीय एसओपी के तहत आकलन सुनिश्चित करें तथा विभाग को भेजें, ताकि मछुआरा भाई को इस त्रासदी में लाभ मिल सके। मंत्री ने जिला उद्यान पदाधिकारी को निर्देश दिए कि दरभंगा जिला माछ, मखान, पान के लिए प्रसिद्ध है। यहां के आम की मांग पूरे बिहार तथा राज्य के बाहर भी है। अत: आप इससे संबंधित एफपीओ बनाएं जिससे किसान अपने उत्पादन को बेच सके, उन्हें प्रेरित करें ताकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसका विपणन हो सके। मंत्री ने केवटी में पशुपालन आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया एवं राहत सामग्री की समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जाले विधायक जीवेश कुमार मिश्रा, विधान पार्षद अर्जुन सहनी, जिला कृषि पदाधिकारी राधा रमन, संयुक्त निदेशक (शष्य), संयुक्त निदेशक (पशुपालन), परियोजना निदेशक (आत्मा), जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण), सहायक निदेशक (उद्यान), सहायक निदेशक (रसायन)उपस्थित थे। बाद में उन्होंने पत्रकारों को भी संबोधित किया।

Share

Check Also

जानलेवा हमला करने मामले में युवक दोषी करार।

दरभंगा। दरभंगा न्याय मंडल के अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम के विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र कुमा…