केंद्र सरकार के निर्देश के वाबजूद लॉकडाउन में हाईस्कूल उद्घाटन पर बच्चों को बुलाना आपत्तिजनक: कीर्ति।
दरभंगा: दरभंगा के पूर्व सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि मुख्यमंत्री का पद राजा का नहीं बल्कि सेवक का है। केंद्र सरकार के निर्देशों के विपरीत इस लॉकडाउन में 9वीं के छात्र-छात्राओं को स्कूल बुलाया जाना सरासर अन्याय है। आजाद ने कहा कि मुख्यमंत्री ,स्वास्थ्य मंत्री, आपदा मंत्री समेत राज्य सरकार के अन्य मंत्री विविध समस्याओं से जूझ रही जनता की समस्याओं के समाधान के लिए इस कोरोना काल में निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। लेकिन उत्क्रमित हाई स्कूल के उद्घाटन के मौके पर गरीबों के बच्चों को बुलाना घोर आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का दुस्साहस देखें कि हाई स्कूल और इंटर का परीक्षा प्रपत्र भरवाने नामांकन करवाने का कार्य बेखोफ आरंभ कर दिया गया है।
जहां इन दिनों सैकड़ों छात्र-छात्राएं स्कूल-कॉलेज पहुंचने को विवश हैं। बिहार की शिक्षा व्यवस्था का हाल तो यहां के अभिभावक बता सकते हैं। वैक्सीन के आने के बाद परीक्षा हो | उन्होंने कहा कि कोरोना की भ्रामक जांच कर औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। मेडिकल और इंजीनियरिंग की सितंबर में प्रस्तावित परीक्षाएं तत्काल स्थगित की जानी चाहिए। छात्र-छात्राओं की जान के खिलवाड़ करने वाले को जनता समय आने पर नहीं चुकेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना का वैक्सीन आने के बाद ही परीक्षा आयोजन पर विचार होना चाहिए। अभी संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन सरकार को छात्र-छात्राओं की जान की परवाह नहीं है।
जानलेवा हमला करने मामले में युवक दोषी करार।
दरभंगा। दरभंगा न्याय मंडल के अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम के विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र कुमा…