दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पड़ी महंगी, निलंबित हुए एपीएम थानाध्यक्ष।
दरभंगा: लगातार शिकायतों के वाबजूद एपीएम थानाध्यक्ष पर कभी कोई ठोस कारवाई नही हो पाती थी। इसके पीछे ऊपर से संरक्षण की बात कही जाती थी। पर जनविरोध के फूट पड़ने और आईजी के कड़े पत्र के बाद सिटी एसपी की जांच रिपोर्ट आने पर इसबार वरीय पुलिस अधीक्षक को एपीएम थानाध्यक्ष पर निलंबन की कारवाई करनी पड़ गयी।
एपीएम थानाध्यक्ष को पुलिस दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही महंगी पड़ गई है। उनके रवैये के खिलाफ मिथिला क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई का निर्देश दिया था। एसएसपी बाबू राम ने नगर एसपी से जांच कराई। अब रिपोर्ट के आधार पर एपीएम थानाध्यक्ष मो. जजा अली को निलंबित कर दिया।
क्षेत्र में अवैध शराब के धंधे पर समुचित करवाई नहीं होने, आठ अगस्त को हरिहरपुर गांव में हुई हत्या मामले में समुचित कार्रवाई नहीं करने सहित विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने के मामले को लेकर नगर एसपी योगेंद्र कुमार ने थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण की मांग की थी। लेकिन, थानाध्यक्ष जजा अली ने अबतक स्पष्टीकरण का जवाब देना उचित नहीं समझा। मामले को एसएसपी ने गंभीरता से लिया और उन्हें निलंबित कर दिया। याद रहे कि आइजी ने 12 अगस्त को एसएसपी को कड़ा पत्र लिखा था।
बता दें कि एपीएम के हरिहरपुर गांव में शराब पीने गए परमानंदपुर निवासी अजीत कुमार कुमार राय की हत्या कर दी गई थी। चार अगस्त से लापता युवक का शव आठ अगस्त को बरामद किया गया था। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया। इस पूरे मामले में थानाध्यक्ष की लापरवाही सामने आई । फिर आइजी ने पूरे मामले की जांच करने और दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने का आदेश दिया। बताया था क्षेत्र में शराब की बिक्री होना और इस मामले में युवक की हत्या, दोनों ही संगीन अपराध है। पूरी घटना में थानाध्यक्ष की लापरवाही है। ऐसे पदाधिकारियों पर ठोस कार्रवाई की जरूरत है।
जानलेवा हमला करने मामले में युवक दोषी करार।
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