Home Featured पेंशनर दिवस पर सम्मानित किए गए 80 वर्ष से अधिक उम्र के दो दर्जन पेंशन धारक।
December 17, 2020

पेंशनर दिवस पर सम्मानित किए गए 80 वर्ष से अधिक उम्र के दो दर्जन पेंशन धारक।

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दरभंगा: बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, दरभंगा जिला इकाई की ओर से पेंशनर दिवस के 100वें वर्षगांठ के अवसर पर 80 वर्षों से ऊपर के बिहार सरकार के विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त वरिष्ठ पेंशन धारकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ पेंशन धारकों की सुरक्षा का समुचित ख्याल एवं सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सम्मान समारोह की अध्यक्षता मंडन मिश्र ने किया। उन्होंने कहा कि जिनका सम्मान समारोह शासन-प्रशासन को करना चाहिए उन्हें सरकारी सेवापर्यंत सेवानिवृत्त होने के बाद सुधि लेना भी उचित नहीं समझा गया। ऐसे अवसर पर बिहार राज्य सरकारी कर्मचारियों का संगठन बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने सम्मान समारोह आयोजित कर गौरवान्वित होने का अवसर प्रदान किया है। इस अवसर पर दो दर्जनों से भी ज्यादा वरिष्ठ पेंशन धारियों को पाग-चादर एवं फूल-माला से सम्मानित करते हुए बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री एवं लोकप्रिय कर्मचारी नेता फूल कुमार झा ने कहा कि पेंशन संबंधी समस्याओं के निस्तारण का खास दिन है पेंशनर दिवस। भारत में साल 1983 से हर साल 17 दिसंबर को पेंशनर दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत में पेंशन प्रणाली सन 18 57 में ब्रिटिश सरकार द्वारा लाई गई थी। ब्रिटिश सरकार की यह योजना ब्रिटेन की प्रचलित पेंशन प्रणाली के समान थी। जिसमें पेंशन एक तरह का रिटायरमेंट प्लान है। जिसमें कर्मचारियों के नौकरी करने के दौरान धनराशि जोड़ी जाती है और रिटायरमेंट के बाद उन्हें सामाजिक सुरक्षा के रूप में हर महीने पेंशन के तौर पर जीवन यापन करने के लिए राशि का भुगतान किया जाता है। उन्होंने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि श्रमिक एवं कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण पेंशनर को अपने सेवा अंत लाभ के लिए कठिनाई एवं समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कर्मचारी नेता ने कहा कि बिहार सरकार ने एक सितंबर 2005 से नई पेंशन नीति लाकर कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा पर नीतिगत हमला किया है। जब देश में स्वतंत्रता आंदोलन का दौर था, उस वक्त भी ब्रिटिश हुकूमत के द्वारा गवर्नर और वायसरायों को पेंशन देने का अधिकार दिया गया था, लेकिन आज केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों के कारण श्रमिक एवं कर्मचारी हाशिए पर ला दिए गए हैं। अत: पेंशनर न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस अवसर पर सम्मान पाने वाले वरिष्ठ पेंशनरों में बिंदेश्वर चौधरी, महेंद्र नारायण चौधरी, राम सागर झा, कुशेश्वर मिश्र, जागेश्वर यादव, देव नारायण झा, लक्ष्मण लाल दास, श्यामानंद पाठक, पूरन साह, लक्ष्मी नारायण चौधरी, गोपालजी महासेठ, केदारनाथ मिश्र सहित दो दर्जन से अधिक पेंशनर थे। सम्मान समारोह का संचालन कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष फकीरा पासवान ने किया एवं अरविंद कुमार राय, तारा कांत पाठक, अश्विनी झा, दयानिधि चौधरी भी उपस्थित थे।

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