क्रेडिट के चक्कर बिना पूर्ण तैयारी के शुरू हुए हवाई सेवा का खामियाजा भुगत रहे यात्री!
दरभंगा: जब सरकार के नुमाइंदे कोई घोषणा करते हैं और वादा पूरा नहीं होता तो फिर चुनाव के समय जनता हिसाब मांगती है। इसी हिसाब को देखते हुए आनन फानन में बिना पूर्ण तैयारी के भी तत्काल सुविधा शुरू कर दी जाती है, फिर बाकी तैयारी वर्षो वर्ष तक चलती रहती है।
कुछ ऐसा ही हाल दरभंगा हवाई अड्डा का भी है। भीड़ बढ़ने पर भी न तो यात्री सुविधाओं का विस्तार हुआ और न ही रौशनी की कमी होने पर विमान उतारने की व्यवस्था। यही कारण है कि खराब मौसम की मार यात्रियों को अक्सर झेलनी पड़ती है।
दरअसल खराब मौसम के कारण दरभंगा एयरपोर्ट से विमान सेवा पटरी पर नहीं लौट पा रही है। कई दिनों से चल रही शीतलहरी के कारण रद्द की गयी उड़ानों की सेवा बहाल नहीं हो सकी है। शनिवार को केवल आठ विमानों का आवागमन हुआ जिनमें 1127 यात्रियों ने सफर किया। दरभंगा एयरपोर्ट से रोजाना 16 विमानों का आवागमन होता है। शनिवार को इनमें से आठ विमान रद्द रहे। इससे यात्रियों को परेशानी हुई। दरभंगा एयरपोर्ट पर रनवे लाइटिंग का काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि इस महीने के अंत तक काम पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि लोगों का मानना है कि घने कोहरे में रनवे लाइटिंग की व्यवस्था होने के बाद भी विमानों को लैंड कराने में परेशानी हो सकती है। आईएलएस की व्यवस्था किए बिना सर्दियों के मौसम में दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ानों के बेपटरी होने का सिलसिला जारी रह सकता है। इस वर्ष दिसम्बर के तीसरे सप्ताह से अभी तक दर्जनों विमानों के रद्द रहने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। विमानों की रवानगी को लेकर एयरपोर्ट पहुंचने तक यात्रियों के बीच संशय की स्थिति बनी रहती है। कई यात्रियों को तो दोबारा पटना एयरपोर्ट का रुख करना पड़ा है।
बताते चलें कि बहुत ही कम दिनों में दरभंगा एयरपोर्ट सफलता का परचम लहराया है। इससे लोगों को उम्मीद है कि वहां जल्द ही सभी इंतजाम किए जाएं जिससे विपरीत मौसम में भी विमानों को उड़ान भरने में परेशानी न हो।
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