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January 31, 2022

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मनाया गया विश्वासघात दिवस।

दरभंगा: अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को राष्ट्रव्यापी विश्वासघात दिवस के अवसर पर कामरेड भोगेन्द्र झा चौराहा पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। वहीं जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया।

इससे पूर्व किसान अजय भवन छात्रावास से मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कामरेड भोगेन्द्र झा चौराहा पहुंचे। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किसान सभा के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी ने किया। वहीं जिला उपाध्यक्ष विश्वनाथ मिश्र की अध्यक्षता में सभा हुई। जिलाध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले देश के किसानों ने केंद्र सरकार की किसान विरोधी कानून को रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्य किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक अभूतपूर्व आंदोलन

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चलाया। इस आंदोलन के चलते तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया गया।

उसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने 21 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर बकाया छह मुद्दों की तरफ उनका ध्यान आकृष्ट किया। उसके जवाब में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल ने नौ दिसंबर 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा के नाम एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कुछ मुद्दों पर सरकार की ओर से आश्वासन दिए और आंदोलन को वापस लेने का आग्रह किया। इस चिट्ठी पर भरोसा कर संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली के बॉर्डर पर लगे मोर्चा और तमाम धरना प्रदर्शनों को 11 दिसंबर से उठा लेने का निर्णय किया।

जिलाध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा कि एक बार फिर देश के किसानों के साथ धोखा हुआ है। भारत सरकार के नौ दिसंबर के जिस पत्र के आधार पर हमने मोर्चे उठाने का फैसला किया था, सरकार ने उनमें से

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कोई वादा पूरा नहीं किया है। इसलिए पूरे देश के किसानों ने आज विश्वासघात दिवस मनाने का फैसला लिया है।

इधर, अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध दरभंगा जिला किसान काउंसिल की ओर से विश्वासघात दिवस के अवसर पर समाहरणालय पर प्रदर्शन आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारी किसान आंदोलन में हुए समझौते लागू करने, किसानों पर से फर्जी मुकदमे वापस लेने, शहीद परिवार को मुआवजा देने, एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून बनाने, फसल क्षति अनुदान भुगतान में हुई अनियमितता की जांच और कार्रवाई करने, खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने, सभी

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किसान बटादारों को यूरिया खाद उपलब्ध कराने, पुरखोपट्टी सहेली हत्याकांड का उद्भेदन करने, जल नल योजना एवं मनरेगा योजना में हुई लूट की जांच एवं कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे।

वही किसान काउंसिल संयुक्त सचिव राम सागर पासवान की अध्यक्षता में हुई सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान काउंसिल के अध्यक्ष ललन चौधरी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर आज पूरे देश में विश्वासघात दिवस मनाया जा रहा है। कारपोरेट पक्षी नरेंद्र मोदी की सरकार किसान आंदोलन में हुए समझौता लागू नहीं कर देश के किसानों के साथ धोखा कर रही है और सरकार का किसान विरोधी रुख अभी भी जारी है।

जिला किसान काउंसिल जिला सचिव श्याम भारती ने कहा कि राज्य समेत दरभंगा जिले में यूरिया खाद के लिए हाहाकार मचा हुआ है। रबी बुवाई के समय डीएपी खाद की किल्लत हुई और अब सिंचाई के वक्त किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर खाद की धड़ल्ले से कालाबाजारी हो रही है। जिला प्रशासन व कृषि अधिकारी कालाबाजारी करने वाले पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

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