जिले में धूमधाम से मनायी गयी बकरीद, सड़कों पर दिखी प्रशासनिक चौकसी।
दरभंगा: कोरोना महामारी के कारण दो साल बाद जोश और जश्न से बकरीद का त्योहार मनाया गया। बकरीद का त्योहार हर साल इस्लामी कलेंडर के जिलहिज माह की 10वीं तारीख को मनाया जाता है। रविवार को सुबह से ही मुख्य ईदगाह नमाजियों से भर गई। दूर तक लाइनें लगीं। इमाम और मौलानाओं ने अपनी तकरीर और दुआ में मुल्क की तरक्की, भाईचारा, सलामती और कौमी इत्तेहाद पर जोर दिया। लोगों द्वारा तपती गर्मी से राहत और किसानों के सूखती खेती को बचाने केलिए बारिश के लिए भी दुआ की गई। नमाज खत्म होने के बाद एक-दूसरे से गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी गई।
मुख्य नमाज ईदगाह में अदा हुई। इसके साथ ही जिला भर के ईदगाहों और मस्जिदों में बकरीद की नमाज अदा की गयी। जिला भर के ईदगाहों और मस्जिदों में बकरीद की नमाज के अलग-अलग समय मुकर्रर किये गये थे, जो सुबह छह बजे से 10 बजे के बीच थे। कुर्ता-पजामा और टोपी में इत्र की महक उड़ाते लोगों का हुजूम जब मस्जिदों और ईदगाहों की तरफ निकला तो माहौल नूरानी हो उठा। ईद की नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर जब मुबारक बाद देना शुरू किए तो मुहब्बत और भाईचारे का खुशनुमा नजारा पैदा हो गया। ईदगाह और मस्जिदों से लौटने के बाद लोगों ने कुर्बानी की।
शाम में लोग एक दूसरे के यहां घूमने निकले। बच्चों और युवाओं के कारण खूब रौनक रही। वहीं बकरीद पर नमाज अदा करने से कारण रात तक डीएम राजीव रौशन एवं एसएसपी अवकाश कुमार शांति व्यवस्था को लेकर जायजा लेते रहे। शांति व्यवस्था को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में पुलिस बल मजिस्ट्रेट के साथ तैनात किए गये थे। शहर में विशेष रूप से ट्रैफिक डीएसपी बिरजू पासवान एवं सदर एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार सड़को पर दल बल के साथ घूमते नजर आये।
भीषण गर्मी को देखते हुए मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा की गई प्याऊ की व्यवस्था।
दरभंगा: भीषण गर्मी के साथ चिलचिलाती एवं धूप वाली गर्म हवाओं का असर सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाक…