एनएमसी के दो सदस्यीय टीम ने डीएमसीएच का किया निरीक्षण।
दरभंगा: डीएमसीएच को एनएमसी के मानकों पर व्यवस्थित करने की कवायद तेज हो गयी है। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के मानकों के अनुसार सुविधाओं का जायजा लेने राज्य सरकार की ओर से गठित दो सदस्यीय टीम मंगलवार को डीएमसीएच पहुंची। एनएमसी के प्रस्तावित निरीक्षण के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से कराई जा रही कवायद को मॉक ड्रिल माना जा रहा है। टीम दो दिनों तक डीएमसीएच का निरीक्षण करेगी। मंगलवार को पहले दिन टीम ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया।
टीम के सदस्य गुजरात मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद के प्राध्यापक डॉ. हरेश पालेकर और एसके मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरपुर के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार सुबह करीब नौ बजे अचानक डीएमसी प्राचार्य कार्यालय पहुंच गए। उनके पहुंचने की खबर मिलते ही चिकित्सकों में हड़कंप मच गया। प्राचार्य कार्यालय से निकलकर दोनों निरीक्षकों ने बारी- बारी से शिशु, मेडिसिन, गायनी विभाग और सेंट्रल ओपीडी का निरीक्षण किया। उन लोगों ने सभी जगहों पर चिकित्सकों की उपस्थिति पंजी का जायजा लिया। मरीज और विभिन्न विभागों में उपलब्ध बेड की संख्या की जानकारी मांगी। अस्पताल में रोजाना कितने ऑपरेशन होते हैं, इसकी भी जानकारी मांगी। कई उपकरणों का भी जायजा लिया। वहीं दूसरी ओर दोनों सदस्यों ने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में चल रहे रेडियोलॉजी विभाग का भी निरीक्षण किया। ब्लड बैंक का भी जायजा लेने के बाद वे प्राचार्य कार्यालय पहुंचे। वहां चिकित्सकों के कागजात की जांच की गई। एफएमटी, निश्चेतना सहित कई विभागों में चिकित्सकों की कमी की बात सामने आई। बुधवार को टीम कई अन्य विभागों का भी जायजा लेगी। यहां से लौटकर सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
डीएमसीएच के ओपीडी में इलाज के लिए भारी संख्या में पहुंचे मरीजों के बीच से गुजरने में दोनों निरीक्षकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ओपीडी के निबंधन काउंटर पर मरीजों की अत्याधिक भीड़ थी। सभी विभागों के सामने मरीजों की लंबी कतार लगी थी। ओपीडी में सुई तक रखने की जगह नही थी। भीड़ के बीच से गुजरते हुए निरीक्षकों ने कई विभागों का निरीक्षण किया।
नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम के डीएमसीएच पहुंचने की सूचना वायरल होने पर बुधवार को चिकित्सकों में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर कई लेटलतीफ चिकित्सक भागे- भागे डीएमसीएच पहुंचने लगे। देखते-देखते सभी विभागीय परिसर चिकित्सकों की गाड़ियों से भर गए। आम दिनों के मुकाबले दुगनी संख्या में वाहन नजर आ रहे थे। टीम के निरीक्षण के दौरान दोपहर दो बजे तक चिकित्सकों और कर्मियों के बीच अफरातफरी मची रही। तब तक कई लोगों को यही मालूम था कि एनएमसी की टीम निरीक्षण को पहुंची है। हालांकि थोड़ी देर बात जब पता चला कि राज्य सरकार की ओर से गठित दो सदस्यीय टीम निरीक्षण के लिए पहुंची है, तब जाकर चैन की सांस ली।
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