Home Featured प्राचीन भारत में विकसित था विज्ञान का ज्ञान: प्रो0 मिश्रा।
December 8, 2022

प्राचीन भारत में विकसित था विज्ञान का ज्ञान: प्रो0 मिश्रा।

दरभंगा: गुरुवार को राष्ट्रीय रसायन दिवस के आयोजन के श्रृंखला मे प्राचीन भारत में विज्ञान कल्पित कथा अथवा वास्तविकता विषय पर एक सेमिनार सह प्रयोग प्रदर्शन का आयोजन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय रसायन विज्ञान विभाग में किया गया। विषय प्रवर्तन करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो प्रेम मोहन मिश्रा ने कहा कि प्राचीन भारत में विज्ञान का ज्ञान बहुत ही विकसित था। सिंधु घाटी सभ्यता के उत्खनन से उस समय के वैज्ञानिक ज्ञान का पता चलता है। कोणार्क के मंदिर, दिल्ली के महरौली के लौह स्तंभ भी इसके साक्षी है।

Advertisement

उन्होंने वाराह मिहिर, ब्रह्मगुप्त, नागार्जुन, भास्कर, आर्यभट्ट, चरक, सुश्रुत, बोधायन आदि वैज्ञानिकों के अवदानों की चर्चा करते हुए कहा कि गणित, खगोल विज्ञान चिकित्सा, रसायन एवं धातु कर्म जैसे विषयों में भारतीय ज्ञान के कारण ही इसे विश्व गुरु माना जाता था । विदेशी आक्रमण एवं गुलामी के कारण हमारी वह वैज्ञानिक सोच समाप्त कर अंधविश्वास की धारणा का बीजारोपण कर दिया गया। आज की पीढ़ी मझधार में है । वह विज्ञान के अविष्कारों का उपयोग भी कर रहा है, साथ ही रूढ़िवादी विचारों को मन में संजोकर रखे हुए है। उन्होंने नए बच्चों को वैज्ञानिक चेतना विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

Share

Check Also

जेईई मेंस के रिजल्ट में एकबार फिर सर्वश्रेष्ठ रहा ओमेगा का प्रदर्शन, संस्कृति को मिला 232वां रैंक।

देखिये वीडियो भी दरभंगा: मिर्जापुर स्थित शिक्षण संस्थान ओमेगा स्टडी सेंटर के बच्चों ने जेई…