पचास हजार रुपए का इनामी कुख्यात ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण।
दरभंगा: 50 हजार रुपए के इनामी कुख्यात नीतीश यादव ने सोमवार को बिरौल स्थित एसीजेएम टू सुनील कुमार के न्यायालय के आत्मसमर्पण कर दिया। नीतीश सहरसा जिले के सुखासन गांव का रहने वाला है। उसके विरुद्ध बिरौल अनुमंडल क्षेत्र के घनश्यामपुर थाने के एक मामले में कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गई थी। इसके आलावा समस्तीपुर जिले के भी कई थानों में उसके विरुद्ध हत्या, लूट जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कोसी दियारे के कनरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत फरार बदमाशों के विरुद्ध लगातार चलाये जा रहे छापेमारी अभियान को देखते हुए बदमाश नीतीश यादव ने सोमवार की देर शाम तिलकेश्वर थाने में दर्ज एक मामले में बिरौल कोर्ट में सरेंडर किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में बेनीपुर उप कारा भेज दिया गया। उसके खिलाफ एसपी के निर्देश पर सहरसा पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही थी। फरार अपराधी के खिलाफ करीब 15 दिन पूर्व ही पुलिस मुख्यालय ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
उसकी गिरफ्तारी के लिए खगड़िया, समस्तीपुर और दरभंगा जिले में पुलिस उसके सहयोगियों के यहां भी लगातार छापेमारी कर रही थी। नीतीश यादव के खिलाफ चिड़ैया, कनरिया और दरभंगा जिले के तिलकेश्वर थाने में पूर्व से हत्या, हत्या के प्रयास एवं आर्म्स एक्ट के साथ ही रंगदारी से जुड़े करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। कनरिया थानाध्यक्ष अमरज्योति ने बताया कि काजल यादव हत्याकांड में शामिल अपराधी नीतीश यादव के विरुद्ध लगातार छापेमारी की जा रही थी। सोमवार की शाम उसने आत्मसमर्पण कर दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि 15 दिन पूर्व ही नीतीश के खिलाफ पुलिस मुख्यालय के द्वारा 50 हजार रुपए का इनाम घोषित हुआ था। पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सुनी प्रधानमंत्री के मन की बात।
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