हिरासत में लिए गए जूनियर डॉक्टर को पुलिस ने छोड़ा, सीसीटीवी से नहीं हुई पहचान।
दरभंगा: विश्वकर्मा पूजा के दिन जूनियर चिकित्सकों द्वारा कैदी वार्ड से जबरन निकालकर मरीज के परिजन के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस मामले में पुलिस की ओर से करीब 40 जूनियर चिकित्सकों के खिलाफ बेंता थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी।
उसी दिन से पुलिस ने आरोपित चिकित्सकों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया था। पीड़ित लड़की के भाई केशव मिश्रा ने शुरुआती दौर में मारपीट करने वाले दो जूनियर चिकित्सकों के नाम बताये थे। इस नाम के एक चिकित्सक को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। सदर एसडीपीओ अमित कुमार व बेंता थाने की प्रभारी थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी लहेरियासराय थाने पर संदिग्ध चिकित्सक से पूछताछ कर रहे थे।
जब इस बात की जानकारी जूनियर चिकित्सकों को मिली तो वे लोग शनिवार की 11 बजे रात में काम बंद कर 30 से 40 की संख्या में लहेरियासराय थाना पहुंच गए। तनाव की स्थिति को देखते हुए लहेरियासराय थाने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया। पूछताछ के लिए ले गए चिकित्सक का घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज से मिलान किया गया तो उक्त चिकित्सक का मिलान नहीं हो पाया। उसके बाद हिरासत में लिए गए चिकित्सक को छोड़ दिया गया। हिरासत में लिए गए चिकित्सक के साथ अन्य चिकित्सक जब वापस डीएमसीएच पहुंचे तो फिर रात के करीब एक बजे से चिकित्सकों ने काम करना शुरू कर दिया। सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि पूछताछ के लिए जूनियर चिकित्सक को लाया गया था। पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
सांसद के द्वारा बाढ़ पीड़ितों के बीच चूड़ा, चीनी, बिस्कुट तथा कुरकुरे का कराया गया वितरण।
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