झमाझम बारिश से खिले किसानों के मुरझाये चेहरे, गली मोहल्लों में जलजमाव से जीना दूभर।
दरभंगा: पिछले कई हफ़्तों से चली आ रही कड़ी धूप एवं भीषण गर्मी ने आम लोगों को जीना मुश्किल कर दिया था। लेकिन पिछले तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर हरियाली ला दी है, जिससे धान की अच्छी फसल होने की संभावना बनने लगी है। वहीं, बारिश से हुए जल जमाव ने नगर निगम एवं ग्रामीण क्षेत्रों की सुरत बदल दी है। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
दरअसल, इस वर्ष औसत से कम बारिश होने के कारण किसानों के चेहरे मुरझाए हुए थे। पूर्ण रूप से मानसून पर निर्भर स्थानीय कृषकों के लिए खरीफ फसल की पैदावार पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया था। जैसे तैसे लोगों ने निजी सिंचाई के भरोसे खरीफ का फसल जिसमें धान की फसल को लगाया था। मौसम की बेरुखी ने उन्हें आकाश की ओर टकटकी लगाने को विवश कर दिया था। क्योंकि 15 जून को बिहार में ससमय मानसून का दस्तक दिए जाने के बावजूद बारिश का औसत काफी कम रहा। इस कारण किसानों में मायूसी छाई हुई थी। लेकिन इस कान्हा नक्षत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरों के साथ-साथ खेतों में हरियाली ला दी है और धान की अच्छी पैदावार होने की प्रबल संभावना बनने लगी है।
वहीं दूसरी ओर मानसून के अंतिम चरण में हुए इस झमाझम बारिश ने सरकार के सात निश्चय योजना के तहत गली नाली योजना की पोल खोल कर रख दी है। साथ ही नगर निगम के जलनिकासी की व्यवस्था की भी पोल जगह जगह खुल रही है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सुनी प्रधानमंत्री के मन की बात।
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