कोसी की तेज धारा को नहीं रोक सका डीएम का भी भागीरथी प्रयास, देर रात टूटा तटबंध।
दरभंगा: कोसी बराज से पानी छोड़ने के बाद कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण दरभंगा के किरतपुर प्रखंड के भूभौल गांव के पास रविवार की रात करीब 1 बजे तटबंध टूट गया। तटबंध टूटने से किरतपुर प्रखंड और घन्यश्यामपुर प्रखंड के दर्जनों गांव को बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिससे लाखो की आबादी प्रभावित होने की बात सामने आ रही है। हांलाकि प्रशासन ने देर रात तक तटबंध को बचाने की कोशिश की। दरभंगा के डीएम राजीव रौशन स्वयं दिन से लेकर रात तक तटबंधों को बचाने में लगे रहे। स्थिति को देखते हुए लोगों के साथ स्वयं डीएम भी बालू के बैग उठाने लगे और तटबंध पर डालने लगे। लेकिन फिर भी रविवार की देर रात्रि कोसी नदी के धारा के सामने तटबंध अपना दम तोड़ दिया।
दरअसल, किरतपुर प्रखंड के जमालपुर थाना क्षेत्र के नरकटिया गांव और भूभौल गांव के पास रविवार की दोपहर से ही तटबंध पर बने सड़क के ऊपर से पानी का बहाव हो रहा था, जिसे प्रशासन के द्वारा लगातार सैंड बैग डालकर बचाने का प्रयास किया जा रहा था। साथ ही लोगो को सतर्क और सावधान रहने की अपील की जा रही थी। दरभंगा के डीएम भी खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में लगे रहे। लेकिन तटबंध को बचाने में सफल नही रहे।
कोशी नदी के तांडव से फिलहाल किरतपुर प्रखंड और घनयश्यामपुर प्रखंड के लोगो के बीच हाहाकार मचा हुआ है। लोग अपने मवेशी और परिवार के साथ ऊंचे स्थानों के साथ साथ तटबंध पर शरण ले रहे है। वही प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ित लोगों को सहायता पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। वही बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए है। साथ ही लोगो से अपील किया है कि पैनिक होने की कोई आवश्यकता नही है। हर संभव मदद की जाएगी, जिला प्रशासन आपके साथ है।
सांसद के द्वारा बाढ़ पीड़ितों के बीच चूड़ा, चीनी, बिस्कुट तथा कुरकुरे का कराया गया वितरण।
दरभंगा: किरतपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के छह गांवो मे सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर के स…