बाढ़ पीड़ितों केलिए राहत एवं बचाव कार्य तेज, प्रभावित क्षेत्रों में शुरू हुआ सामुदायिक किचन।
दरभंगा: जिले में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया गया है। इसकी जानकारी डीएम राजीव रौशन ने सोमवार की शाम संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि नेपाल से अप्रत्याशित जल लगभग 6 लाख क्यूसेक से भी अधिक पानी छोड़ने के कारण कोशी नदी के पश्चिमी तटबंध में पानी का अत्यधिक दबाव होने तथा भेजा से गंडौल सड़क पर लगभग 2-3 फीट पानी का ऑवर फ्लो होने के कारण दरभंगा जिला के जमालपुर थानान्तर्गत भुबौल गाँव के पास कोशी नदी का पश्चिमी तटबंध 29 सितम्बर के रात्रि लगभग 02.00 बजे टूट गया है।
उन्होंने कहा कि बाँध टूटने के कारण किरतपुर प्रखण्ड के 08 पंचायत एवं गौड़ाबौराम प्रखण्ड के कई पंचायत एवं गाँव प्रभावित हुये है। उन्होंने कहा कि अभी तक जान-माल की किसी प्रकार की क्षति की सूचना नहीं मिली है। दो एनडीआरएफ की टीम किरतपुर प्रखण्ड में बचाव एवं राहत कार्य कर रहा है तथा एक और एनडीआरएफ की टीम को दरभंगा आने की सूचना मिली है।
उन्होंने बताया कि बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा हेलीकाप्टर से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी किया गया। साथ ही वे स्वयं भी वरीय पुलिस अधीक्षक, दरभंगा श्री जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी के साथ स्थिति का जायजा लिया है एवं राहत कार्य में तेजी लाने हेतु कार्य योजना बनाया गया।
उन्होंने कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में कम्यूनिटी किचेन चलाने हेतु संबंधित पदाधिकारी को निदेशित किया गया। तद्नुसार प्रभावित क्षेत्रों में कम्यूनिटी किचेन 23 जगहों पर प्रारंभ करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि ड्राई राशन/फूड पैकेट उपलब्ध कराने हेतु जिला स्तर पर पैकेटिंग का कार्य किया जा रहा है।
सूखा राशन उपलब्ध कराने हेतु जिला स्तर पर उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार की अध्यक्षता में सूखा राशन कोषांग का भी गठन किया गया है।
उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक 3000 से ज्यादा लोगों के बीच पॉलीथीन शीट का वितरण किया गया।
उन्होंने कहा कि 20,000 अतिरिक्त पॉलीथीन अनुमंडल पदाधिकारी, बिरौल को उपलब्ध करा दिया गया है, जिसे प्रभावित परिवार को शीघ्र ही वितरित करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता के माध्यम से बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में पेयजल हेतु 10 टैंकर से पानी उपलब्ध कराया गया है।
पीएचईडी को चापाकल में आवश्यकतानुसार राईजर लगाकर गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराने हेतु निदेशित दिया गया है।
बाढ़ आश्रय स्थल पर चापाकल, शौचालय आदि उपलब्ध कराने हेतु कार्यपालक अभियंता, पी.एच.ई.डी. एवं उप विकास आयुक्त, दरभंगा को निदेशित किया गया है।
उन्होंने कहा कि साफ-सफाई एवं अस्थायी शौचालय हेतु उप विकास आयुक्त द्वारा सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रह है। सिविल सर्जन को सभी आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ मेडिकल टीम के साथ कैम्प करने हेतु आवश्यक निदेश दिया गया है। इसके अतिरिक्त उन्हें पर्याप्त संख्या में ओआरएस उपलब्ध कराने हेतु निदेशित किया गया है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु चिकित्सक के टीम के साथ बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में कैम्प किया जा रहा है एवं पशुओं के चारा, ईलाज आदि हेतु अग्रेतर कार्रवाई किया जा रहा है।
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