मैथिली को मिले शास्त्रीय भाषा का दर्जा: डॉ. मुरारी।
दरभंगा: केवटी से विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर अष्टम सूची में शामिल मैथिली भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की मांग की हैं। उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि अष्टम सूची में शामिल 22 भाषाओं में से अब तक कुल 06 भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिल चुका हैं, जबकि भारत एवं नेपाल के अधिकांश हिस्सों में बोली जाने वाली सुमधुर भाषा जो शास्त्रीय भाषा के रूप में अधिसूचित होने के लिए सभी निर्धारित शर्तों को पूरा करती हैं। जिसकी उत्पति 14 वी शताब्दी में हुई थी। जिनसे कई सारे भाषाओं का जन्म हुआ हैं, उनको अभी तक शास्त्रीय भाषा का दर्ज़ा नही मिल सका हैं। 2014 में भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा जो शास्त्रीय भाषा के लिए जो अहर्ता तय की गई थी की कोई भी भाषा को शास्त्रीय भाषा दर्जा तब मिलेगा, जिसकी प्रारंभिक ग्रंथो का इतिहास 1500 -2000 वर्ष से अधिक पुराना हो जो मैथिली भाषा हैं। मैथिली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने से सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सुनी प्रधानमंत्री के मन की बात।
दरभंगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम मन की बात को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न बूथ …