Home Featured जलसंकट पर डीएम एवं पार्षदों के सवालों के सामने बहानेबाज अभियंताओं की बोलती हुई बन्द।
February 14, 2019

जलसंकट पर डीएम एवं पार्षदों के सवालों के सामने बहानेबाज अभियंताओं की बोलती हुई बन्द।

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दरभंगा: जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम लगातार लापरवाही बरतने वालो और बहानेबाजी करने वालो को की क्लास लगाना नही चूकते। ऑन स्पॉट समाधान केलिए तत्परता दिख रही है। गुरुवार को शहर के जलसंकट पर बुलायी गयी बैठक में जिलाधिकारी के सवालों के सामने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता और बुडको के अभियंताओं की बोलती बन्द हो गयी। आनन फानन में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने 20 फरवरी तक सारे खामियों को दूर कर सारे जलमीनारो के चालू हो जाने की बात कही जिसमे जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारी के सवालों के सामने उन्हें जवाब फुराता नजर नही आया।
गुरुवार को जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय अवस्थित बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर सभागार में नगर निगम दरभंगा के जलसंकट से प्रभावित क्षेत्रों की समस्या के निवारण हेतु नल जल योजना एवं अन्य जल आपूर्ति योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की।
नगर निगम के 48वार्ड में से कमोबेश सभी वार्ड किसी न किसी स्तर तक जल की भीषण समस्या से ग्रसित हैं।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी सम्मानित जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दो दिन के अंदर खराब पड़े चापाकल की सूची बनाएं, पीएचईडी एवं नगर निगम समीक्षा कर उसकी मरम्मती का कार्य करें। इसके लिए अधिक से अधिक गैंग(मरम्मती कर्मी) का इस्तेमाल करें। कार्य प्रगति की समीक्षा व्हाट्सएप्प ग्रुप के द्वारा की जाएगी।
उन्होंने बुडको के अभियन्ता को निर्देश दिया कि बोरिंग प्लांट की संख्या बढ़ाकर कार्य पूर्ण करने का कार्य करें। वार्ड पार्षद के साथ समन्वय स्थापित कर जलापूर्ति योजनाओं के लिए स्थल चुनें। सभी चिन्हित योजनाओं को शीघ्र पूर्ण करें।
पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने आश्वाशन दिया कि 20 तारीख तक अधिक से अधिक पाइपलाइन में लीकेज की समस्या को दूर करते हुए पानी की आपूर्ति की जाएगी।
जिलाधिकारी ने बुडको एवं पीएचईडी को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक स्थानों पर बोरिंग कर, स्टैंडपोस्ट के साथ नल लगाकर जल आपूर्ति कराएं।
उन्होंने कहा कि जल संकट की समस्या से निबटने को लेकर लापरवाही बरतने पर आपदा अधिनियम 2005 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने नगर निगम की मेयर बैजयंति देवी खेड़िया एवं नगर आयुक्त बीरेंद्र प्रसाद से कहा कि मार्च-अप्रैल में यह संकट और बढ़ सकता है। इसलिए अधिक टैंकर की खरीद पर भी विचार करें। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में नए चापाकल लगाने की अनुमति देने हेतु नगर विकास विभाग को पत्र भी लिखा जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट निदेश दिया कि नल-जल योजना अथवा चापाकल लगाकर, खराब चापाकल की मरम्मती कर , बोरिंग के साथ स्टैंडपोस्ट देकर, टैंकर द्वारा- किसी न किसी व्यवस्था द्वारा जल का प्रबंध करें।
उन्होंने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को सभी वार्ड पार्षदों के साथ समन्वय बनाकर चापाकल की मरम्मती तथा जलापूर्ति संबंधी अन्य कार्य करने, स्थल चिन्हित करने आदि का निदेश दिया तथा सभी वार्ड पार्षद का बैठक में आने के लिए धन्यवाद भी किया।
उक्त बैठक में नगर निगम दरभंगा की महापौर बैजयंति देवी खेड़िया, नगर आयुक्त बीरेंद्र प्रसाद, ज़िला जनसंपर्क पदाधिकारी रविशंकर तिवारी, सभी वार्ड पार्षद तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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