अतिक्रमणमुक्त करने के दौरान आत्मदाह करने वाले गृहस्वामी की इलाज के दौरान मौत।
दरभंगा: कमतौल थाना क्षेत्र के पिंडारूछ गांव में एक ही घर को अतिक्रमणमुक्त करने के नाम पर बार-बार तोड़े जाने एवं स्थानीय प्रशासन के रवैये से खिन्न होकर प्रशासन के सामने ही कथित अतिक्रमणकारी संजीव चौधरी ने बीते 20 दिसंबर को आत्मदाह करने का प्रयास किया था।
इस दौरान वह गम्भीर रूप से झुलस गया था। आठ दिन बाद इलाज के क्रम में गुरुवार की अलसुबह तीन बजे उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर फैल गयी है।
मृतक संजीव की पत्नी सीमा चौधरी, पुत्र उदयंत कुमार चौधरी और उत्पल कुमार चौधरी के चीत्कार से ग्रामीणों की आंखों से भी आंसू निकल रहे थे। बताते चलें कि पिंडारुछ गांव में बीते 20 दिसंबर को केवटी सीओ चंदन कुमार पुलिस बल के साथ अतिक्रमणमुक्त कराने गये थे। बताया जाता है कि वह नापी करा रहे थे। इसी क्रम में कथित अतिक्रमणकारी संजीव चौधरी ने सीओ से कहा कि एक ही घर को तीन-तीन बार प्रशासन क्यों तोड़ रहा है? सीओ ने कहा कि कोर्ट का आदेश है। इस बात पर खिन्न होकर संजीव चौधरी ने शरीर के कपड़े में आग लगा ली।
संजीव चौधरी की नाजुक स्थिति देख परिजन उसे इलाज के लिए डीएमसीएच ले गये। डीएमसीएच ने बेहतर इलाज के लिए उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया। परिजन निजी नर्सिंग होम में उसका इलाज करा रहे थे। लेकिन, गुरुवार की अहले सुबह उनकी मौत हो गयी। ग्रामीण केवटी सीओ चंदन कुमार की इस कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं।
अधिकार के साथ नैतिकता से कर्तव्य पालन जरूरी : कुलपति।
दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी , एनएसएस एवं शिक्षा शास्त्…