रोजी परवीन हत्याकांड मामले में आया नया मोड़, कब्र खोद कर निकाली गई लाश।
दरभंगा: बड़गांव ओपी क्षेत्र के आईसडीह गांव निवासी नवविवाहित महिला रोजी परवीन हत्याकांड मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने घटना के तीन महीने बाद बुधवार को भारी सुरक्षा बल के बीच मृतका का शव कब्र से निकाल कर उसे पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेजा।
बताया गया है कि बिरौल थाना क्षेत्र के बलिया गांव निवासी मोहम्मद दानिश ने बडगांव ओपीध्यक्ष को लिखित आवेदन देकर आरोप लगाया था कि उसकी बहन रोजी परवीन की उसके ससुराल वालों ने हत्या कर लाश गायब कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार आवेदन के आलोक में बडगांव ओपी के तत्कालीन ओपीध्यक्ष श्याम कुमार मेहता ने थाना में कांड संख्या 121/23 दिनांक 20/9/23 धारा 302, 328 व 201 भादवि के तहत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस के अनुसार मामले के अनुसंधान के दौरान बिरौल के एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम कराने के अलावा कई बिन्दुओं पर जांच करने का आदेश तत्कालीन अनुसंधानक श्याम कुमार मेहता को दिया था जिसका यहां से तबादला होने के कारण जांच का कार्य लटक गयष्। सूत्रों ने बताया कि एसडीपीओ के आदेश के आलोक में कांड के वर्तमान अनुसंधानक सह ओपीध्यक्ष बडगांव ओपी कल्पना कुमारी ने न्यायालय से अनुमति लेकर मृतिका के पति हत्याभियुक्त आईसडीह गांव निवासी हामिद उर्फ तुफैल की निशानदेही के आधार पर उसके शव को कब्र से निकाल कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पूछे जाने पर एसडीपीओ ने बताया कि मामले के अनुसंधान के क्रम में कुछ विरोधाभासी साक्ष्य सामने आये थे जो पीएम और एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त होने पर स्पष्ट किया जा सकता है।
इधर, बुधवार दोपहर बड़गांव ओपी प्रभारी कल्पना कुमारी कब्र खोदकर निकाले गये मृतिका रोजी परवीन के शव को डीएमसीएच पोस्टमार्टम विभाग लेकर पहुंची। पिकअप वैन से शव उतरते ही तीव्र बदबू की लहर पूरे परिसर में फैल गई। फिर मशक्कत कर सड़े-गले शव को विभागीय कर्मी राजेश मल्लिक ने सहयोगियों की मदद से पोस्टमार्टम टेबुल तक पहुंचा। जहां कोर्ट के आदेश पर मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात गौड़ाबौराम अंचलाधिकारी रामकुमार सिंह की मौजूदगी में सहायक प्राध्यापक डॉ बीएन झा एवं टेक्निशियन विनय कुमार ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को संपन्न किया। बताया जाता है कि शव का मेडिकोलीगल कर बोन जांच की गई है। साथ ही बिसरा जांच के लिए सैंपल भी पुलिस को सौंपा गया है। दोनों जांच की रिपोर्ट आते ही मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा।
अधिकार के साथ नैतिकता से कर्तव्य पालन जरूरी : कुलपति।
दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी , एनएसएस एवं शिक्षा शास्त्…