विवाहिता की गला दबाकर और नस काटकर हत्या, पुलिस ने पति और ससुर को किया गिरफ्तार।
दरभंगा: जिले के मनीगाछी अंतर्गत नेहरा सहायक थाने के पैठान कबई गांव में गत 19 जनवरी की रात हाथ की नस काटकर और गला दबाकर विवाहिता की हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों से मिली सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके घर से लाश बरामद की। मृतका पैठान कबई गांव के ही मो. मुस्तफा की बेटी जमीमा परवीन उर्फ कंचन बतायी जाती है। उसकी शादी महज दो वर्ष पहले गांव के ही मो. गुलाब खान के बेटे इमरान खान से हुई थी। उसे करीब एक वर्ष का संतान भी है। नेहरा ओपी पुलिस ने उसके पति इमरान खान एवं श्वसुर गुलाब को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में मृतका के पिता मुस्तफा ने ओपी अध्यक्ष राज किशोर राय को आवेदन देकर अपने दामाद इमरान, समधी मो. गुलाब खान एवं समधिन कानो परवीन पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है।
आवेदन के अनुसार मृतका को गले में फंदा लगाकर एवं हाथ की नस काटकर हत्या की गई है। आवेदन में लगाए गए आरोप की सच्चाई लाश को देखने से भी प्रतीत हो रही थी। मृतका के गले में बने निशान इसके साक्ष्य के रूप में परिलक्षित हो रहे थे।
ओपी अध्यक्ष राज किशोर राय ने बताया कि लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी तथा गिरफ्तार लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा।
पोस्टमार्टम हाउस परिसर में मृतका की बहन शाहीन परवीन ने रोते हुए बताया कि शुक्रवार रात 10 बजे के करीब शमीम ने फोन कर बताया कि जमीला की तबीयत बहुत खराब हो गई है। इस पर हम लोग घबरा गये और उसके घर पहुंचे तो जमीला की मौत हो चुकी। उन्होंने बताया कि मृतका की बाईं कलाई की नस कटी हुई थी और गले पर दबाने का काला निशान देखकर हम लोगों ने नेहरा ओपी को सूचना दी। उन्होंने बताया कि डेढ़ साल पहले 2022 में जमीला की शादी हुई थी। उसका पति शमीम अकरम कुवैत में काम करता है। उन्होंने बताया कि शादी में हैसियत के मुताबिक हम लोगों ने सामान आदि दिया था पर शमीम 10 लाख रुपए नगद मांग रहा था। जब हम लोगों ने दहेज देने से इनकार कर दिया तो शादी के एक माह बाद ही शमीम कुवैत चला गया और वहां से फोन कर भी दहेज की डिमांड करता रहा। इस बीच जब जमीला ने आठ माह पूर्व एक बच्ची को जन्म दिया तो हम लोगों को लगा कि अब दहेज का मसला समाप्त हो जाएगा। फिर जब 17 जनवरी को शमीम कुवैत से लौटकर गांव आया तो उसने 10 लाख रुपये मांगा और इनकार करने पर जमीला के साथ मारपीट की। उन्होंने आंशका जाहिर की कि इसी को लेकर शुक्रवार को भी झगड़ा हुआ और शमीम हत्या उसके पति ने अपने पिता के साथ मिलकर कर दी।
अधिकार के साथ नैतिकता से कर्तव्य पालन जरूरी : कुलपति।
दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी , एनएसएस एवं शिक्षा शास्त्…