प्रेम प्रसंग के कारण पिता ने अपनी ही बेटी का पहले गला दबाया फिर टुकड़ों में काटकर लगा दी आग।
दरभंगा: जिला में एक परिवार ने अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। हत्या अफेयर को लेकर की गई। पहले गला दबाया, फिर घर में टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इसके बाद घर से 100 मीटर दूर ले जाकर पुआल में डाला और आग लगा दी।
फिर पुलिस थाने पहुंचकर आवेदन दिया कि बेटी की अपराधियों ने हत्या करके शव जला दिया है। पुलिस ने जांच शुरू की। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
घटना कामतोल थाना क्षेत्र के मगरथू गांव की है। लड़की का नाम कंचन(15) है। वह नौवीं में पढ़ती थी। किसी लड़के से अफेयर चल रहा था। सिटी एसपी सुभम आर्या के मुताबिक, अफेयर की बात उसके पिता को पता चल गया। परिजनों ने उसे काफी समझाया, लेकिन वो नहीं मानी।
दो फरवरी को पिता, दादा, चाचा और मामा ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। फिर घर में ही उसके शव को टुकड़े कर दिए। मां को इस बारे में पता नहीं था। 3 फरवरी को घर से 100 मीटर की दूरी पुआल के ढेर में टुकड़ों को फेंक कर जला दिया।
इस मामले में दादा महेशी दास, पिता श्याम दास और चाचा शत्रुघ्न दास गिरफ्तार किया गया है। मामा सोहारत दास और ओजित दास की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
जब नाबालिग छात्रा की हत्या की गई तो घर में उसकी मां भी मौजूद थी। पर उसे इन सब चीजों से दूर रखा गया था। मां को पता नहीं था कि उसकी बेटी की हत्या उसके अपने ही कर रहे हैं।
जहां शव जलाया गया, वहां से कंचन की चांदी की चेन और पायल मिला। घटना के खुलासे के बाद आरोपी के घर से हत्या में इस्तेमाल हथियार, कुल्हाड़ी, लोहे का सरिया, जमीन पर गिरा खून, पिता का खून से सना कपड़ा और मृतका का दांत बरामद किया गया है।
4 फरवरी को शरीर के अंग पुआल के ढेर में मिले। इसके बाद मृतका के आरोपी पिता श्याम दास ने आवेदन दिया। इसमें अज्ञात अपराधियों पर लड़की को गायब कर हत्या का आरोप लगाया। आवेदन पर कमतोल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
आवेदन मिलने पर एसएसपी के आदेश पर सिटी एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। एफएसएल और तकनीकी शाखा की मदद से घटना की जांच की गई। जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ।
अधिकार के साथ नैतिकता से कर्तव्य पालन जरूरी : कुलपति।
दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी , एनएसएस एवं शिक्षा शास्त्…