डीएमसी छात्रावास के दैनिक वेतनभोगी कर्मियों ने मेडिकल कालेज में आवागमन किया ठप।
दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कालेज छात्रावास के दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का आंदोलन लगातार जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को आंदोलित कर्मियों डीएमसी परिसर में आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया। कर्मियों को देखते ही सुरक्षा गार्डों ने कालेज का मुख्यद्वार बंद कर दिया। इसके बाद दैनिक वेतनभोगी महिला-पुरुष कर्मी गेट पर ही जमकर नारेबाजी करने लगे। इस वजह से मेडिकल कालेज में आवागमन ठप हो गया।
इस आंदोलन के कारण कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग में जांच कराने पहुंचे दर्जनों मरीज एवं उनके परिजनों को वापस लौटना पड़ा। वहीं दो बजे ड्यूटी टाइम समाप्त होने के बावजूद कर्मी, चिकित्सक और स्टूडेंट कालेज में फंसे रहे। महाविद्यालय प्रशासन के निर्देश पर सभी द्वार को बंद कर दिया गया।
सूचना पर पहुंचे बेंता थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार ने आंदोलन कर रहे कर्मियों को समझाया पर वे नहीं माने। इसके बाद थानाध्यक्ष ने कालेज गेट पर लगे दैनिक वेतनभोगी संघ के बैनर को हटाकर जब्त कर कर लिया और कालेज का गेट खुलवा दिया। इसके बावजूद दैनिक वेतनभोगी कर्मी मुख्य द्वार के आगे जमे रहे।
संघ के सचिव शिवजी कमती ने बताया कि उनलोगों का आंदोलन शांतिपूर्ण है। इसके बावजूद पुलिस बल प्रयोग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को हॉस्टल अधीक्षक का घेराव करने के दौरान कई महिला कर्मियों को पुलिस के द्वारा पीटने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि अगर कालेज प्रशासन और सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती हैं तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।
इधर,मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.केएन मिश्रा ने बताया कि दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का दो महीने वेतन बकाया है। पुराने छात्रों ने फीस जमा नहीं किया है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सभी को जल्द ही भुगतान किया जाएगा।
बता दें कि दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का आंदोलन लंबे अरसे से चल रहा हैं। इसमें कालेज के हास्टलों में सफाईकर्मी, पलंबर, विद्युत मिस्त्री, माली, चौकीदार आदि पदों पर कार्यरत रहे कर्मी शामिल है।
अधिकार के साथ नैतिकता से कर्तव्य पालन जरूरी : कुलपति।
दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी , एनएसएस एवं शिक्षा शास्त्…