Home Featured छात्रावास सामूहिक जीवन जीने की सर्वोत्तम पाठशाला: डॉ मुश्ताक।
May 4, 2019

छात्रावास सामूहिक जीवन जीने की सर्वोत्तम पाठशाला: डॉ मुश्ताक।

दरभंगा: छात्रावास में छात्रों के चरित्र का बेहतर निर्माण होता है। यह सामूहिक जीवन जीने की सर्वोत्तम पाठशाला है,जहां छात्रों को जीवन के अनेक व्यवहारिक अनुभव प्राप्त होते हैं।यदि छात्रावास में रह कर भी छात्र संस्कारित एवं सुशिक्षित नहीं हुए तो वे अपने जीवन में बहुत कुछ से वंचित रह जाएंगे।उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डा. मुश्ताक अहमद ने विद्यापति छात्रावास में आयोजित स्नातक तृतीय खंड-2019 के छात्रों के लिए आयोजित विदाई-समारोह का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए कहा।उन्होंने कहा कि जहां महाविद्यालय परिसर का वातावरण उन्मुक्त होता है, वही छात्रावास का वातावरण पारिवारिक होता है, यहां छात्रों की अधिक जिम्मेवारियाँ भी होती हैं।यह एक ऐतिहासिक छात्रावास है, जिसमें अनेक प्रशासनिक पदाधिकारियों, प्राध्यापकों, राजनेताओं तथा गणमान्य व्यक्तियों ने अपना छात्र-जीवन बिताया है।छात्र अपने मनोवृति सकारात्मक बनाए, ताकि वे दूसरों के लिए प्रेरक बन सके।

मुख्य अतिथि के रूप में एम एल एस एम कॉलेज के हिंदी के प्राध्यापक डॉ रामचंद्र सिंह ‘चंद्रेश’ ने कहा कि छात्रों के लिए छात्रावास संस्कारशाला होता है,जहां पूर्ववर्ती छात्रों का ही अनुकरण नए छात्र करते हैं।आगमन और विदाई हमारी परंपरा रही है।यहां के संस्कारित छात्र जहां भी जाएंगे,दूसरों को भी प्रकाशित करेंगे।हमें अपने धर्म-कर्म के प्रति उदासीन नहीं होना चाहिए।उन्होंने ‘जीवन-दर्शन’ नामक स्वरचित कविता का पाठ कर छात्रों को व्यवहारिक शिक्षा प्रदान किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक प्रो. शशांक शुक्ला ने कहा कि छात्र सिर्फ नौकरी के लिए ही नहीं पढें, बल्कि अपनी सृजनशीलता तथा कलात्मकता को जीवन में आगे बढ़ाएं। श्रम की महत्ता को हमें जीवन में अपनाना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप में मनोविज्ञान के प्राध्यापक डॉ विजय सेन पांडे ने कहा कि छात्रों के समक्ष आज काफी चुनौतियां हैं पर यदि उनमें मेहनतक्षमता,सही दिशा तथा जज्बा हो तो वे आसानी से उनका मुकाबला कर सकते हैं। आज आई.क्यू. के साथ ही व्यवहार कुशलता की अधिक जरूरत है। छात्रावास में छात्र नेतृत्व-क्षमता, अनुशासन,समय-प्रबंधन आदि की व्यवहारिक सीख प्राप्त करते हैं।
इस अवसर पर विदा लेने वाले तृतीय खंड के छात्रों को कनीय छात्रों ने पुष्पगुच्छ तथा उपहार देकर विदाई दी। कार्यक्रम में शेखर प्रकाश, राजा बाबू, संतोष कुमार,राजनाथ आदि ने अपने अनुभव साझा किए। आगत अतिथियों का स्वागत छात्रावास अधीक्षक डॉ आर एन चौरसिया ने किया,स्वागत गान संजीव कुमार तथा कार्यक्रम का संचालन जयप्रकाश साहू ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन छात्र नायक रोहित कुमार ने किया।

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