Home Featured बड़ा खुलासा:- अगर पार्टी छोड़ी तो अपने मातृ संगठन आरएसएस में लौटेंगे अमरनाथ गामी।
May 20, 2019

बड़ा खुलासा:- अगर पार्टी छोड़ी तो अपने मातृ संगठन आरएसएस में लौटेंगे अमरनाथ गामी।

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दरभंगा: लगातार चल रहे कयासों के दौर को जदयू विधायक अमरनाथ गामी रविवार को फिलहाल विराम देते दिखे। वॉयस ऑफ दरभंगा को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे भाजपा में पार्टी से दूर व्यक्ति के कारण हुए थे पर भाजपा की विचारधारा से कभी दूर नही हुए। वे आरएसएस के बाल स्वयंसेवक हैं। और एक बाल स्वयंसेवक रह चुके व्यक्ति की विचारधारा आजीवन नही बदलती। वे जदयू में जाकर भी संघ के वार्षिक समर्पण में गुरु दक्षिणा पूर्व की भांति बढ़ते क्रम में देते रहे। साथ ही साथ भाजपा में विधायक के रूप में पार्टी फंड में प्रति महीना जो अंशदान करते थे, वह जदयू में जाने के बाद भी कभी नही रुका और लगातार जारी रहा। आरएसएस, विद्यार्थी परिषद एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं से भी उनका सम्बन्ध पूर्ववत आज भी है और कभी नही टूटा।
श्री गामी ने इस संबंध में सबूत में तौर पर बैंक पासबुक का विवरण भी दिखाया जो हर महीने भाजपा फंड में उनके द्वारा एक हजार रुपया प्रति महीना दिया जाता है।
यदि जदयू छोड़ते हैं तो वे कहाँ जाएंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि व्यक्ति के कारण जब उन्हें अपमानित होकर भाजपा छोड़ना पड़ा तब नीतीश कुमार ने उन्हें जो सम्मान दिया उसे वे आजीवन नही भुला सकते। नये संगठन में गए और टिकट मिलने पर जीत कर विधायक बने। दरभंगा शहर से हायाघाट जाकर चुनाव लड़े फिर भी जीते। निश्चित रूप से जदयू के हर कार्यक्रताओं का भी पूरा सहयोग उन्हें मिला। इसलिए वे इसके एहसानमन्द हैं। यदि उनकी किसी बात से जदयू के किसी भी नेता या कार्यकर्त्ता को भी तकलीफ पहुंची हो तो वे बेहिचक इसके लिए क्षमा मांगते हैं क्योंकि जदयू और नीतीश ने जो उन्हें सम्मान दिया, उसे वे भुला नही सकते।
पार्टी छोड़ने की बात से साफ इंकार करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी पीड़ा से नेता को अवगत करवाया। वे कभी जदयू नही छोड़ेंगे। नीतीश कुमार बिहार के विकास पुरूष हैं और नरेंद्र मोदी देश की जरूरत हैं।
जदयू द्वारा उनपर करवाई या निकाले जाने के स्थिति में वे किधर जाएंगे, इसपर स्पष्ट रूप से जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यदि ऐसी परिस्थिति आयी तो वे सिवाय अपने मातृ संगठन में जाने के कहीं और नही जाएंगे। यदि भाजपा में उक्त व्यक्ति का प्रभाव उन्हें रोकेगा तो वे अपने मातृ संगठन आरएसएस में ही संगठन की सेवा करेंगे। आरएसएस के आजीवन सदस्य हैं। वैसे जिनके कारण पार्टी उन्होंने छोड़ी थी, उम्मीद है कि उन्हें भी अब मुझसे दिक्कत नही होगी। इतने दिनों में उनके दिल की कड़वाहट भी मिटी होगी। इसलिए कभी परिस्थितियों ने मजबूर किया जदयू के अलावे जाने के तो वे कहीं नही जाएंगे, अपने मातृ संगठन में ही लौटेंगे।
जदयू जिलाध्यक्ष सुनील भारती एवं जदयू नेता अजय चौधरी द्वारा उनपर दी गयी प्रतिक्रिया पर श्री गामी ने कहा कि ये लोग पहले से जदयू में हैं। इनका जदयू में पुराना योगदान है। इनकी अपेक्षा जायज है। जब वे दरभंगा से हायाघाट जाकर चुनाव जीत सकते हैं तो ये लोग क्यों नही।
साथ ही साथ श्री गामी ने कहा कि वे लोग भी टिकट केलिये पार्टी एवं कार्यकर्ताओं में लॉबिंग करें, कोई दिक्कत नही है। जिसे टिकट मिलेगा, बाकी सब उनकी मदद करेंगे। परंतु विधायक की चाह में सार्वजनिक रूप से एक दूसरे पर टीका टिपण्णी उचित नही।
इसप्रकार अमरनाथ गामी ने लगातार चल रहे अटकलों पर अपना रूख स्पष्ट कर दिया।

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