Home Featured कर्ज से परेशान कोचिंग संचालक ने खाया जहर, डीएमसीएच में चल रहा इलाज।
May 27, 2019

कर्ज से परेशान कोचिंग संचालक ने खाया जहर, डीएमसीएच में चल रहा इलाज।

दरभंगा: दरभंगा में एक निजी कोचिंग संचालक द्वारा जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास सामने आया है। जहर खाने वाले का परिचय नाग मन्दिर स्थित एक कोचिंग संस्थान के संचालक आनंद कर्ण के रूप में किया गया है।
इस संबंध में सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आनन्द कर्ण ने अपने बयान में बेंता ओपी को बताया है कि अपने भाई के कैंसर से पीड़ित हो जाने के कारण दस लाख रुपये सूद पर लिए थे। शुरू में दस प्रतिशत ब्याज था जिसे उन्होंने चुकता कर दिया। पर उनका आरोप है कि पैसे देने वाले ने ब्याज को कई गुना बढ़ा कर मूलधन से भी ज्यादा वसूल लिया और अब और पैसे की मांग कर रहा है। इससे परेशान होकर उसने नगर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई थी। परंतु कोई समाधान नही निकला। आरोपी पक्ष का दवाब बढ़ता ही गया। अंततः इससे परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
विशेष सूत्रों की माने तो सूद पर पैसा देने वाला पक्ष मीडिया से सम्बंधित है और आनन्द कर्ण के मामले में आनन्द कर्ण के एक रिश्तेदार मीडिया कर्मी ने इस मामले में अहम भूमिका भी निभाई थी। पत्रकारों की बैठक बुलाकर उक्त पत्रकार से मामले को रफ़ा दफा करने को कहा गया था। मामला शायद खत्म भी हो गया था और बाकी बचे पैसे न मांगे जाने पर आरोपी पत्रकार राजी भी हो गए थे। परंतु कुुछ मीडियाकर्मी द्वारा उक्त पत्रकार पर ज्यादा पैसे वसूले जाने के कारण एक बड़ी राशि जुर्माने के रूप में तय करकेे श्री कर्ण को देने का फरमान सुनाया गया। आरोपी पत्रकार द्वारा इस फरमान को पूरा नही किया गया जिसके बाद पंचायत बिठाने वाले पत्रकार के निर्देश पर श्री कर्ण ने थाने में आवेदन दिया और कुछ पत्रकार उनके सहयोग में भी गए। परंतु दूसरी तरह आरोपी पत्रकार भी अदालत की शरण मे चले गए। इसप्रकार मामला फंस गया।
जुर्माने की तय राशि नही मिलने, ऊपर से दूसरे पक्ष द्वारा भी श्री कर्ण द्वारा दिये गए चेकों आदि के साथ अदालत में चले जाने के कारण श्री कर्ण पर दवाब बढ़ गया और वे मानसिक तनाव में आ गए।जुर्माने की राशि मिलने की जगह उल्टे माफ हो चुके राशि की वसूली भी अदालत द्वारा वसूली का दवाब बढ़ने की आशंका ने उन्हें तनावपूर्ण स्थिति में ला दिया। माना जाता है कि इन्ही कारणों से त्रस्त होकर श्री कर्ण जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।
सूत्रों की माने तो पत्रकारो के साथ हुई पंचायत में जुर्माना की राशि तय करने से पूर्व श्री कर्ण केवल इतना ही चाहते थे कि उनपर जो वसूली का दवाब बना हुआ है, वह खत्म हो जाय और उन्हें अब पैसे नही देना पड़े। यह कार्य सहजता पूर्वक हो भी गया था। परंतु कुछ पत्रकारों द्वारा इसतरह की सूदखोरी को गलत ठहराते हुए आरोपी पर जुर्माने की राशि बांधने पर मामला बिगड़ गया। आरोपी ने इसे अदा नही किया जिसके बाद दोनों पक्ष कानूनी कार्यवाही में एक दूसरे के विरुद्ध चले गए थे।

Share

Check Also

पुलिस की दबिश बढ़ता देख गैंग रेप के आरोपी ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण।

दरभंगा: जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के एक गांव की 13 साल की नाबालिग के साथ नशीली पदार्थ प…