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June 30, 2019

कन्हौली एकबार फिर बना डकैतों का शिकार, एसएसपी ने किया गिरोह को चिन्हित कर लेने का दावा।

दरभंगा: जिले के मनीगाछी थाने के कन्हौली गांव लगता है डकैतों का आसान चारागाह बन गया है। लगातार डकैतियां होने के वाबजूद उदभेदन नही होने से डकैतों का मनोबल भी निश्चित रूप से बढ़े होने से इनकार नही किया जा सकता। इसी का नतीजा है कि पुनः एकबार शनिवार की रात किराना दुकानदार पुरेन्दु कुमार झा उर्फ मुन्ना के घर पर डकैतों ने धावा बोलकर करीब दस लाख की संपत्ति लूट ली। इसके बाद आराम से चलते बने। सूचना पाकर कुछ देर बाद पुलिस पहुंची। घटनास्थल पर एक झोले से पांच बम बरामद कर निष्क्रिय किया। छापेमारी शुरू की। लेकिन अब तक कोई कामयाबी नहीं मिली है। बताते हैं कि छह-सात की संख्या में बदमाश बांस लगाकर पुरेन्दु कुमार झा आंगन में घुसे। बरामदे पर सो रहे गृहस्वामी को अपने में कब्जे में ले लिया।
इसके बाद चार कमरों में सो रहे परिजनों को बारी-बारी से अपने कब्जे में ले लिया। आलमीरा एवं ट्रक की तलाशी लेते हुए नकद करीब पांच लाख और पांच लाख के जेवरात व कीमती वस्त्र को लूट लिया। कुछ देर बाद बाजितपुर व नेहरा ओपी और मनीगाछी थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। एसएसपी बाबू राम एवं बेनीपुर डीएसपी उमेश्वर प्रसाद ने मौका मुआयना किया। मनीगाछी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने एक संदिग्ध की तस्वीर अपने मोबाइल से गृहस्वामी को दिखाया। गृहस्वामी ने उसकी पहचान की। बाद में मनीगाछी थाने की पुलिस जब गांव से लौटने लगी तो ग्रामीणों ने गाड़ी को घेरकर अपनी नाराजगी जताई।
नारेबाजी की और संदिग्ध की गिरफ्तारी अविलंब करने के लिए कहा। गृहस्वामी के अनुसार, बदमाशों की उम्र 25 से 35 वर्ष के बीच थी। सभी गंजी हाफ पैंट या टी शर्ट -हाफ पैंट पहने थे। बातचीत से स्थानीय लग रहे थे।
एसएसपी बाबूराम ने गिरोह के पहचान कर लेने का दावा किया है। साथ ही जल्द मामले के उदभेदन की बात कही है।
बताते चलें कि गृहस्वामी की कन्हौली चौक पर किराना दुकान है। गांव में तीन माह पहले बिजली विपत्र कलेक्शन एजेंट शंकर झा के घर डकैती हुई थी। विरोध करने पर डकैतों ने उन्हें गोली मार दी थी। गहन चिकित्सा के बाद उनकी जान बची थी। इसलिए पुरेन्दु ने बदमाशों का विरोध नहीं किया।
अब देखने वाली बात होगी कि हरबार की तरह इसबार भी पुलिस का दावा केवल दावा रह जाता है या उदभेदन कर पुलिस डकैती न रोक पाने से अपनी गिरती साख बचाने में कामयाब होती है। यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्योंकि शनिवार को ही प्रेस वार्ता कर सिटी एसपी ने शुक्रवार को एक बड़े हथियार सप्लायर गिरोह को सरगना सहित गिरफ्तार करने का दावा करते हुए कहा था कि इस गिरोह का तार दरभंगा में होने वाली हर घटना से जुड़ा था और इसके गिरफ्तारी से घटनाओं में बहुत हद तक कमी आएगी। परंतु संयोगवश इस दावे की हवा शनिवार की रात ही डकैतों ने निकाल दी। अतः अब डकैती का शीघ्र उदभेदन निश्चित रूप पुलिस के प्रतिष्ठा का प्रश्न जरूर बन गया।

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