बाढ़ राहत केलिए 2017 में झाड़ू चप्पल देख चुके नगर विधायक को एकबार फिर झेलना पड़ा लोगो का आक्रोश।
देखिये वीडियो भी।
देखिये वीडियो भी👆
दरभंगा: बिहार में बाढ़ का आना और बाढ़ रोकने के उपाय की जगह जनता को तबाह होने देने के बाद राहत वितरण का सिलसिला शुरू करना, यहां के लोगो की नियति जैसी बन गयी है। शायद यह सिलसिला इसलिए भी चलता है ताकि पीड़ितों को राहत मिलने से घर भरे न भरे, नीचे से ऊपर तक सिस्टम में बैठे लोगों के घर अक्सर जरूर भरने की बात सामने आती रहती है।
दरभंगा में भी बाढ़ खत्म हो चुका है। पर राहत वितरण को लेकर लोगों का धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन जारी है। जनप्रतिनिधियों को भी लगातार आक्रोश झेलना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि वर्ष 2017 में भी नगर विधायक संजय सरावगी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी जब अपने गृह वार्ड में पटेल जंयती के कार्यक्रम के दौरान बाढ़ राहत को लेकर लोगों ने झाड़ू चप्पल भी चला दिए थे। किसी तरह आक्रोश से बच कर विधायक उस भीड़ से निकले थे।
पुनः एकबार इसी क्रम में शुक्रवार को दरभंगा शहरी विधानसभा के भाजपा विधायक संजय सरावगी को भी सैकड़ो लोगो का आक्रोश झेलना पड़ा। शहर के वार्ड 8, 9 एवं 23 के बाढ़ राहत से वंचित सैकड़ो लोगो ने नगर विधायक के घर को घण्टों घेरे रखा। नगर एवं आसपास के थानों के पुलिस के पहुँचने पर हिम्मत कर बाहर निकले विधायक ने किसी तरह लोगो को समझाया बुझाया और सभी बाढ़ पीड़ितों को हर हाल में राहत दिलाने का आश्वासन दिया।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए नगर विधायक ने घेराव करने वालो पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार सभी बाढ़ पीड़ितों तक राहत पहुंचाने केलिए कटिबद्ध है। अगर किसी का नाम नही है तो वे आवेदन दें। आवेदन के जाँच के बाद उन्हें राहत दिया जाएगा।
वही बाढ़ पीड़ितों का कहना था कि बार बार जगह जगह जाने पर भी उन्हें सहायता राशि नही मिली। सूची में 1200 लोगो के नाम होने की बात विधायक बोले थे पर मात्र 527 लोगों को ही मिला। सूची में बचे लोगो के अलावा और भी कई लोग बचे हैं।
पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कंसी के पूर्व मुखिया सह सीपीएम के जिलामंत्री अविनाश ठाकुर ने बताया कि उन्हें लोगो द्वारा फोन पर सूचना मिली तो वे कार्यालय से उक्त स्थल पर पहुंचे। पूरे मामले में विधायक की लापरवाही स्पष्ट है। उनके घर के बगल के लोग बाढ़ पीड़ित है और वे उनके लिए कुछ नही कर पा रहे हैं तो बाकी विधानसभा क्षेत्र का हाल समझा जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि विधायक जी बाढ़ पीड़ितों को राजनीति से बचने की बात कहते हैं तो उन्हें खुद भी जनता के साथ भेदभाव वाली राजनीति से बचना चाहिए। चुनकर केवल अपने समर्थकों को राहत दिलवा कर बाकी को छोड़ देना बहुत ही गलत है। प्रशासन के सहयोग से इस प्रकार का कृत्य करने से यदि विधयाक बाज नही आये तो आज का प्रदर्शन उनके लिए चेतावनी था। इससे भी ज्यादा आक्रोशपूर्ण आंदोलन जनता कर सकती है जिसके जिम्मेवार जिला प्रशासन एवं नगर विधायक होंगे।
पुलिस की दबिश बढ़ता देख गैंग रेप के आरोपी ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण।
दरभंगा: जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के एक गांव की 13 साल की नाबालिग के साथ नशीली पदार्थ प…