पोषण अभियान के तहत अधिक से अधिक गतिविधियों को संचालित करने का निर्देश।
दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि कुपोषण के स्तर में कमी लाने के उद्देश्य से राष्ट्रव्यापी पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत टारगेट ग्रुप को चिन्हित कर उनके बीच पोषण से संबंधित विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसको ले समाज कल्याण विभाग को नोडल बनाया गया है। डीएम ने पोषण अभियान के तहत सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सहित अन्य सभी अनुषांगिक कार्यालयों के प्रभारी पदाधिकारियों को अधिक से अधिक इनोवेटिव गतिविधियों का क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, आपूिर्त्त, पंचायत, जीविका, पीएचईडी, डीआरडीए, डुडा आदि शामिल हैं। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस) अलका आम्रपाली इस योजना की नोडल पदाधिकारी है। डीएम ने इस योजना के नोडल विभाग आईसीडीएस के तहत कार्यरत सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को परियोजनावार दस-दस इनोवेटिव गतिविधियां संचालित कर विभाग के डैश बोर्ड पर नियमित रूप से अपलोड करने का निर्देश दिया है। वहीं, पोषण अभियान में सहयोगी विभागों के प्रभारी पदाधिकारियों को भी तीन-तीन इनोवेटिव गतिविधियां संचालित करके को कहा गया है। समाज कल्याण विभाग की ओर से इन विभागों को यूजर आइडी और पासवार्ड उपलब्ध कराया गया है। डीएम शनिवार को अंबेदकर सभाकक्ष में पोषण अभियान कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कहा कि सरकार के कई विभागों की ओर से कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाता है। इन विभागों के बीच अभिसरण (कंवर्जेंस) अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंतर्विभागीय अभिसरण होने पर पोषण अभियान के संकल्प को पूरा करना आसान होगा। कहा कि सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को अत्याधिक मेहनत एवं लगन से कार्य करने की जरूरत है। इसके पूर्व जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने पोषण अभियान की प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
केयर इंडिया की डॉ. श्रद्धा ने पोषण अभियान की वस्तुस्थिति, उद्देश्य एवं कार्य योजना का पावर प्वाइंट प्रजेटेशन दिया। बताया कि संस्थागत प्रसव के दौरान नवजात शिशुओं को पहले घंटे में मां का दूध पिलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। आंगनबाड़ी केंद्रों में किशोरी एवं गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली खिलाने, उनके बीच पोषाहार का समुचित वितरण कराए जाने से पोषण का स्तर बढ़ेगा। कार्यशाला में डीएम ने सभी अधिकारी व कर्मी को कुपोषण मुक्त स्वस्थ्य एवं मजबूत समाज का निर्माण करने को ले अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए संकल्प दिलाया। कार्यशाला में उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, निदेशक डीआरडीए वसीम अहमद, डीपीआरओ सुशील कुमार शर्मा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय गुप्ता, जिला योजना पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, डीपीओ शिक्षा, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. जय प्रकाश महतो, डीपीएम जीविका मुकेश कुमार, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी पीओ, सभी महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी सेविका आदि उपस्थित थी।
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