Home Featured न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता पहुंचे आईजी के दरबार।
October 16, 2019

न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता पहुंचे आईजी के दरबार।

न्याय दिलाने वाले पहुंचे आईजी के दरबार, वकील को फसाने की साजिश करने वाले पर कार्रवाई की लगाई गुहार

दरभंगा:मंगलवार को अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधि मंडल आईजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाया।अधिवक्ता विकास कुमार ने बताया कि संघ के सचिव के द्वारा अग्रसारित आवेदन आईजी को दिया है ।आईजी ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही विधि सम्मत करवाई कि जाएगी।बता दें कि न्यायिक व्यवस्था का अहम हिस्सा होते हैं वकील। जिरह की बदौलत वे किसी को न्याय दिलाते हैं। उसी वकील को किसी मामले में फसाने की कोई साजिश कर दे तो आप हैरान न हों। ऐसी साजिश की शिकायत लेकर दरभंगा व्यवहार न्यायालय के वकीलों का प्रतिनधि मंडल आईजी से मिला और अपने साथी वकील के खिलाफ साजिश रचने वाले पर कार्रवाई की मांग की।
आईजी को दिए आवेदन में कहा गया है कि मुर्शिद अंसारी नाम के वकील को आफताब आलम नाम के व्यक्ति ने अपहरण के एक मामले में आरोपी बनाने की साजिश रची। लेकिन समय रहते इसका भंडाफोड़ हो गया।
असल में आफताब आलम अपनी दूसरी पत्नी शाहीन परवीन की ओर से दर्ज बहेड़ी थाना कांड संख्या 249/2012 में जेल भेजा गया था। उसने दरभंगा सत्र न्यायाधीश की अदालत में जमानत अर्जी लगाई। आफताब के विरोधी पक्षकार होने के नाते मुर्शिद अंसारी ने जमानत का विरोध किया। नतीजतन आफताब की जमानत अर्जी खारिज हो गई।
आवेदन के मुताबिक आफताब की तरफ से पटना हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई।जहां से उसे बेल मिल गई। बेल मिलने के बाद से वो विरोधी पक्ष के वकील को ही फसाने की साजिश में लग गया।
मुर्शिद अंसारी को 6-8-2019 को दर्ज एक लड़की के अपहरण के मामले में शामिल करने के लिए सरखेरहा निवासी नसीम, उसकी(नसीम की) पत्नी के साथ ही नसीम के दामाद चांद को मनाने की कोशिश की गई। इस खेल में अन्य लोग भी शामिल थे। चांद ने इस बात-चीत को रिकार्ड कर लिया। उसने साजिश का हिस्सा बनने से आखिरकार इनकार कर दिया। बाद में इस बात-चीत को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया।
बात-चीत की रिकार्डिंग की सीडी के साथ पीड़ित वकील मुर्शिद अंसारी ने बहेड़ी थाना कांड संख्या 207/2019 दायर की है।इसमें आफताब आलम और अन्य को आरोपी बनाया गया है। आईजी को दिए आवेदन के अनुसार साजिश में आफताब के अलावा आलमगीर, बाबर और जसीम भी शामिल थे। वकीलों का प्रतिनिधि मंडल ने आईजी को बताया कि थाना स्तर से कांड संख्या 207 में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।चारो साजिशकर्त्ताओं की गिरफ्तारी की मांग आईजी से की गई। वकीलों ने आशंका जताई कि विपक्षी पक्षकार को डराने का सिलसिला शुरू हुआ तो न्याय दिलाने में बाधा आएगी।अधिवक्ता विकास कुमार ने आगे बताया कि आईजी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए डीएसपी बेनीपुर को फोन पर केस से इंस्पेक्टर को हटाते हुए डीएसपी बेनीपुर खुद केस देखेंगे।और जल्द ही केस से संबंधित रिपोर्ट की एक प्रति की मांग किये है।प्रतिनिधि मंडल में विकास कुमार,भवेश कुमार ,कमरे आलम खां, जलालुद्दीन अकबर,अफरोज खां, मो मकसूद ,सुनील पाठक,अमरनाथ मंडल ,प्रमोद चौधरी सामिल थे।

Share

Check Also

पुलिस की दबिश बढ़ता देख गैंग रेप के आरोपी ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण।

दरभंगा: जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के एक गांव की 13 साल की नाबालिग के साथ नशीली पदार्थ प…