आखिर मैराथन के नाम लाखो की ठगी की पृष्ठभूमि तैयार करने में किसने की आयोजक की मदद!
दरभंगा: बिहार इंटरनेशनल मैराथन के नाम से कोई शख्स वेबसाइट लांच करता है और इतनी जल्दी लाखों की ठगी कर लेता है तो निश्चित रूप से इसकी पृष्ठभूमि की जांच भी जरूरी है।
कोई ऐसा शख्स जिसकी अपनी कोई फेस वैल्यू न हो, वह लोगो का विश्वास जीत कर करीब 1700 ऑनलाइन और इससे भी ज्यादा ऑफ़लाइन रेजिस्ट्रेशन कर लेता है, तो निश्चित रूप से इसके सहयोगी पक्षों का सामने आना जरूरी है। लोगों का विश्वास हासिल करने केलिए आयोजक का किन कारकों ने सहयोग किया जिससे वह इतनी बड़े फ्रॉड को अंजाम दे सका।
रविवार को हुए हंगामे के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक ने आयोजकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की बात तो कही है। पर बड़ा सवाल यह भी उठता है कि जनता का विश्वास जीतने केलिए जिन कारकों ने आयोजक का सहयोग किया, क्या उन कारकों को भी पुलिस सामने लाएगी ताकि भविष्य में लोगों को सतर्क रहने का मौका मिले।
पुलिस की दबिश बढ़ता देख गैंग रेप के आरोपी ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण।
दरभंगा: जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के एक गांव की 13 साल की नाबालिग के साथ नशीली पदार्थ प…