Home Featured पुलिस ने किया स्वर्ण व्यवसायी लूटकांड के उदभेदन का दावा, आभूषण की बरामदगी नही।
December 12, 2020

पुलिस ने किया स्वर्ण व्यवसायी लूटकांड के उदभेदन का दावा, आभूषण की बरामदगी नही।

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दरभंगा: दरभंगा सहित पूरे बिहार में सनसनी मचा देने वाले दिनदहाड़े हुए स्वर्ण व्यवसायी लूटकांड में दरभंगा पुलिस ने बड़ी सफलता का दावा किया है। मुख्य लाइनर सहित सात अपराधियों की गिरफ्तारी का दावा तो किया है। पर अभी तक लूटे गए आभूषणों की बरामदगी नही हुई है। और न ही बाहर से आये लुटेरों को गिरफ्तार कर पायी है।पकड़े गये आरोपियों के पास से पुलिस ने एक देशी कट्टा, दो कारतूस, 200 ग्राम गांजा, 20 पत्ता नशे की गोली, घटना में प्रयोग किये गये दो पल्सर मोटरसाइकिल तथा पांच मोबाइल सेट बरामद किया है।

इस संबंध घटना के चौथे दिन शनिवार की शाम प्रेसवार्ता का आयोजन कर दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दरभंगा पुलिस की टीम टीमें लगातार काम कर रही थी। इसके अलावा सीआईडी की टीम का भी सहयोग रहा। घटना कर में भागने की दिशा में अनुसंधान शुरू किया गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ स्थानीय एवं बाहरी अपराध कर्मियों की पहचान हुई। घटना का मुख्य मास्टरमाइंड एक आभूषण व्यवसायी था, जिसने लाइनर का काम किया। उसी ने इन्हें ठहराया था। लाइनर सहित सात स्थानीय अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी है। इनकी गिरफ्तारी शहर के मदारपुर स्थित मंडल लॉज एवं बैलीपोखर मौलागंज इलाके से हुई है। इनके अलावा 6 अपराधी हाजीपुर तथा 3 जयनगर से आये थे, जिनकी गिरफ्तारी केलिए छापेमारी जारी है। घटना की प्लानिंग चार महीने से हो रही थी।

घटना के सम्बंध विस्तार पूर्वक जानकारी देते बताया गया कि लाइनर पेशे से सुनार का काम करने वाला शहर के मदारपुर निवासी कन्हैया साह एक साल पहले बाकरगंज अवस्थित अन्नपूर्णा ज्वेलर्स में कारीगर का काम करता था। उसी समय से वादी अलंकार ज्वेलर्स के यहां उसका जाना आना था। उसके बाद उसने अपनी सोने चांदी की दुकान खोल ली। इसके बाद भी इसका जाना आना लगा रहा । दुकान में भारी मात्रा में ज्वेलरी रहने के कारण उसके मन मे लालच आ गया। इसी बीच करीब चार महीने पूर्व इसका संपर्क मधुबनी जिले के जयनगर निवासी शातिर अपराधी दिनेश यादव से हुआ। उसने दिनेश यादव को अपने ही मुहल्ले में किराये पर मकान दिला दिया और लूट की योजना बनाने लगे। कन्हैया साह ने अपने दुकान के कारीगर मदारपुर के ही केशव कुमार साह को भी अपने प्लान में शामिल कर लिया। पर इन्हें लग गया कि यह काम अकेले दिनेश यादव के बस का नही है। तब इन्होंने अपने मित्र मुहल्ले के ही भूषण सहनी से संपर्क किया। भूषण ने अपने हाजीपुर निवासी रिश्तेदार मनीष सहनी को इस प्लान के बारे में बताया। मनीष सहनी पहले भी हाजीपुर में बड़े सोना लूट कांड को अंजाम दे चुका था। मनीष सहनी को उसने दरभंगा बुलाकर कन्हैया साह से मीटिंग करवाया। घटना से एकदिन पूर्व 8 दिसम्बर को ही मनीष सहनी अपने साथियों के साथ दरभंगा पहुँचा और मंडल लॉज में ठहरा। घटना के दिन सुबह से ही ये लोग तैयारी में लग गये। सुबह 5 बजे ही जाकर दुकान के निकट जाकर रेकी की। ये लोग एनएच की तरफ चाय नाश्ता कर फ्रेश होने गये और नियत समय पर घटना को अंजाम देने पहुंचे। स्थानीय संलिप्त लोग पुलिस की मूवमेंट पर नजर रखे हुए थे। घटना को बाहर से आये अपराधियो ने अंजाम दिया और घटना के बाद अलग अलग रास्तो से लौट गये।

घटना में का कन्हैया साह, भूषण सहनी, केशव साह के अलावा इनके अन्य सहयोगी मदारपुर निवासी राजकुमार एवं पवन कुमार के साथ साथ मुगलपुरा निवासी गणेश कुमार तथा मौलागंज निवासी राजू उर्फ शाका उर्फ कोठिया को भी गिरफ्तार किया है।

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