कृषि इनपुट अनुदान के लिए किसानों से मिले आवेदनों की स्थिति का जिलाधिकारी ने की समीक्षा।
दरभंगा: वर्ष 2020 के खरीफ फसल क्षति के लिए किसानों द्वारा बीज, खर-पतवार नासी एवं ट्रैक्टर से जुताई में लगी लागत का अनुदान देने हेतु कृषि इनपुट अनुदान योजना अंतर्गत आवेदनों की स्थिति की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में अंबेडकर सभागार में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक 1,29,282 किसानों से प्राप्त आवेदन नाकाफी है। बैठक में उपस्थित कृषि समन्वयक ने बताया कि अभी तक 40% किसानों के आवेदन ही अपलोड हो सके हैं। सरवर कमजोर रहने के कारण तथा 9:00 बजे पूर्वाह्न से 6:00 बजे अपराह्न तक ही आवेदन अपलोड करने का समय निर्धारित होने के कारण 01 दिन में एक आॅपरेटर द्वारा तीन से चार आवेदन ही अपलोड हो पा रहा है। जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी राधा मोहन को इस आशय की चिट्ठी डीएम के स्तर से सचिव, कृषि विभाग को प्रेषित करने तथा आवेदन अपलोड करने के समय सीमा एवं तिथि में विस्तार करने हेतु अनुरोध पत्र भेजने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी कृषि समन्वयकों को किसान सलाहकार के माध्यम से इस योजना की जानकारी सभी किसानों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कृषि इनपुट अनुदान योजना के अंतर्गत एक किसान परिवार को अधिकतम 2 हेक्टेयर असिंचित जमीन के लिए 6800 रुपये तथा सिंचित जमीन के लिए 13,500 रुपये उनके आधार संख्या से जुड़े बैंक खाते में दिया जाएगा।
रैयतों के आवेदन की जांच कृषि समन्वयक तथा आत्मा के एटीएम ( सहायक तकनीकी प्रबंधक) एवं बीटीएम (प्रखंड तकनीकी प्रबंधक) द्वारा किया जाएगा। गैर रैयतों के आवेदन की जांच वार्ड सदस्य तथा कृषि समन्वयक/ कृषि सलाहकार द्वारा किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी शिकायत मिलती है कि गैर रैयत से आवेदन लेने में लापरवाही बरती जाती है। साथ ही वास्तविक किसानों से ही आवेदन करवाने होंगे और यह आपके संवेदनशील प्रयास से ही होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के ऊपज सत्यापन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सीधे प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। धान अधिप्राप्ति की समीक्षा क्रम में बताया गया कि अब किसानों का सत्यापन प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी के द्वारा 24 घंटे के अंदर किया जाना है। इसमें केवल किसान के ऊपज का सत्यापन होगा। जिलाधिकारी ने बैठक में सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं कृषि समन्वयकों को कहा कि बीज वितरण कार्य में घोटाले की शिकायत मिल रही है। इसकी जांच हेतु कमिटी बनाई जा रही है, इसकी गहन जांच कराई जाएगी और शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त से सख्त कारवाई की जाएगी। बैठक में उप निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, परियोजना निदेशक (आत्मा) पूर्णेन्दु झा एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक उपस्थित थे।
30 अप्रैल तक बीएलओ पर्ची वितरण का कार्य शतप्रतिशत करें पूरा: डीएम।
दरभंगा। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी राजीव रौशन के द्वारा बताया गया कि लोकसभा…