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January 4, 2022

दरभंगा में मंडराया कोरोना विस्फोट का खतरा, एक दिन में 12 मरीज मिलने से हड़कम्प।

दरभंगा: जिले में कोरोना विस्फोट का खतरा मंडराने लगा है। मंगलवार को 12 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटव आने की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य महकमा में हड़कम्प मच गया। संक्रमित पाए गए लोगों की खोज में विभाग की टीम निकल पड़ी।

हालांकि जांच रिपोर्ट में अधिकांश संक्रमितों का पूरा पता नहीं रहने के कारण उनका पता लगाने में टीम को माथा पच्ची करनी पड़ रही है। संक्रमित पाए गए लोगों में से आठ ने अललपट्टी स्थित एक निजी

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डायगनॉस्टिक सेंटर में जांच कराई थी। वहीं चार अन्य डीएमसीएच के फ्लू सेंटर में रैपिड एंटीजेन किट से जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

दूसरे दिन कई लोगों के पॉजिटिव होने की जानकारी मिलते ही एसीएमओ डॉ. सुधांशु शेखरद के नेतृत्व में डॉ जे पी महतो व डॉ. सत्येन्द्र कुमार मिश्रा की तीन सदस्यीय टीम अललपट्टी स्थिति डायगनॉस्टिक सेंटर पहुंचे। वहां उनलोगों ने संक्रमित पाए गए लोगों का पता तलब किया। हालांकि वहां के रजिस्टर में उनलोगों का पूरा पता दर्ज नहीं था। केवल नाम के सामने गांव व मोहल्ला दर्ज की गयी

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थी। एसीएमओ ने सेंटर के प्रबंधक को आरटीपीसीआर जांच कराने वाले सभी लोगों के नाम के अलावा उनका पूरा पता दर्ज करने का निर्देश दिया।

वहीं दूसरी ओर सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार ने सभी निजी डायगनॉस्टिक सेंटरों के प्रबंधकों को कोरोना संक्रमित लोगों की रोजाना जानकारी देने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि निजी लैब में पॉजिटव पाए गए लोगों में से तीन लहेरियासराय थाना क्षेत्र के किलाघाट, दो हायाघाट व एक व्यक्ति मधुबनी जिले के रहिका के रहने

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वाले हैं। वहीं डीएमसीएच के फ्लू कॉर्नर में जांच में पॉजिटव पाए गए चार लोगों में से तीन क्रमश: मिल्की चक, करमगंज व बहेड़ी के रहने वाले हैं।

सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि सभी डायगनॉस्टिक सेंटर को जांच कराने वाले लोगों का पूरा पता दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। पता स्पष्ट रहने से संक्रमित पाए गए लोगों को ट्रेस करने में सहूलियत होगी।

वहीं दूसरी ओर कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद डीएमसीएच में जांच कराने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लैब टेक्नीशियन अकिल अहमद ने मंगलवार को आरटीपीसीआर जांच के लिए 26 लोगों का सैंपल एकत्रित किया।

बताते चलें कि गत नौ दिनों के दौरान 31 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है। इससे जिले मे कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका प्रबल हो गई है। पिछले महीने 27 तारीख को कई हनुमाननगर प्रखंड की एक महिला कोरोना पॉजिटव पाई गई थी। इसके बाद से ही लगातार संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है।

वहीं तीसरी लहर का खतरा मंडराने के बावजूद अभी भी अधिकांश लोग सतर्कता बरतने को तैयार नहीं हैं। भीड़ वाली जगहों पर अभी भी अधिकांश लोग मास्क के बिना ही देखे जा रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि ओमीक्रोन संक्रमित मरीज की सांस से ही अन्य लोगोें को संक्रमित कर देता है। बेहतर होगा लोग अविलम्ब कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना शुरू कर दें। ऐसा नहीं करने पर वे मुश्किल में पड़ सकते हैं।

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