एग्जाम पूर्व नही बनाया गया ट्रैफिक प्लान, बीएड परीक्षार्थियों की उमड़ी भीड़ से शहर हुआ जाम।
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दरभंगा: यूं तो दरभंगा शहर में जाम की समस्या कोई नयी बात नहीं है। पर बुधवार को जिला प्रशासन की चूक का खामियाजा शहर में घंटों तक लगे महाजाम के रूप में आमलोगों को झेलना पड़ा। इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त दिखी। प्रचंड गर्मी में बच्चे बूढ़े सभी जाम में फंसकर घंटों तक भूख प्यास से बिलबिलाते रहे। गम्भीर मरीज को लेकर जाने वाले एम्बुलेंस भी जाम में सायरन बजाते हुए फंसे नजर आये। बुधवार को उतपन्न इस महाजाम की स्थिति को स्थानीय लोग सीधे तौर पर जिला प्रशासन की चूक बताते नजर आये।
दरअसल, बुधवार को एकसाथ शहर के 44 केंद्रों पर बीएड एग्जाम का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था। इसके सफल, स्वच्छ एवं सुरक्षित सम्पन्न कराने केलिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार बैठको का दौर चला और पूरी तैयारी की गयी। पर इस दौरान बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों की उमड़ने वाली भीड़ से चरमराने वाली ट्रैफिक व्यवस्था केलिए कोई विशेष योजना नहीं बनायी। सुबह 11:00 बजे से दिन के 1:00 बजे तक निर्धारित परीक्षा केलिए परीक्षार्थियों का 10 बजे से ही केंद्रों पर पहुंचना शुरू हो गया। इसी समय को शहर केलिए पीक ऑवर माना जाता है। कोर्ट कचहरी आदि के कामकाज भी यही प्रमुख समय होता है। इसके साथ ही सुबह से जाम का प्रेशर झेल रहे शहर में पुनः 1:00 बजे छुट्टी होते ही प्रेशर बढ़ गया।
जाम की स्थिति विकराल होने पर जगह जगह पुलिस एवं ट्रैफिक के जवान जाम छुड़ाने का प्रयास करते तो दिखे, पर उनका प्रयास ऊंट के मुंह मे जीरा साबित हो रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे पुलिस वाले खुद भी जाम में ही फंसे हो।
घंटो तक आमजन को इस महाजाम में झोंकने केलिए आखिर जिम्मेवार कौन है, यह जरूर बड़ा प्रश्न बनकर सामने आया। साथ ही आमजनों को हुई इस परेशानी और जान माल के नुकसान केलिए जिम्मेवार अधिकारियों पर कारवाई होगी अथवा नहीं, यह भी देखने वाली बात होगी।
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