नवजात को जनप्रतिनिधि द्वारा नियम विरुद्ध अपात्र व्यक्ति को सौंपने के मामले में कारवाई का निर्देश।
दरभंगा: लावारिस मिले नवजात को जनप्रतिनिधि द्वारा गैर कानूनी ढंग से अपात्र व्यक्ति को सौंप दिए जाने और उपस्थापित करवाने गए चाइल्ड लाइन कार्यकर्ता के साथ थाना परिसर में हुई बदसलूकी के मामले को जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा गम्भीरता से लिया गया है। मामले में संज्ञान लेते हुए जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष को रामपुरा पंचायत के पुरदाहा कब्रिस्तान के पास मिले नवजात बच्ची का रेस्क्यू कर विधि संगत कार्रवाई का निर्देश दिया है।
सहायक निदेशक ने अपने पत्रांक 789 दिनांक 19 जुलाई में कहा है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवम् थाना के असहयोग के कारण अभी तक बच्चे का रेस्क्यू नही हो पाया है, जबकि चाइल्ड हेल्प लाइन के टीम लीडर के द्वारा काफी प्रयास किया गया। लेकिन जनप्रतिनिधि के द्वारा किसी को नियम के विरुद्ध बच्चा सौंप दिया गया। जब चाइल्ड लाइन के टीम लीडर के द्वारा नियम का हवाला देकर बच्चा मांगा गया तो लोगो को भड़का कर फसाने की बात की गई। इसमें मुखिया, सरपंच पति और प्रमुख पति की भूमिका संदेह के घेरे में है। इस मामले को लेकर चाइल्ड हेल्प लाइन के टीम लीडर मनोहर झा ने थानाध्यक्ष और जनप्रतिनिधियो की भूमिका पर सवाल उठाते हुए सहायक निदेशक एवम् बीडीओ को आवेदन दिया था। इधर सिंहवाड़ा के बीडीओ ने भी थानाध्यक्ष को नियम संगत कर्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा है।
मालूम हो कि 8 जुलाई को नवजात बच्ची मिली थी जिसे जनप्रतिनिधि द्वारा अपात्र व्यक्ति को सौंप दिया गया है।
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