महावीरी झंडा महोत्सव के दौरान हुए उपद्रव की प्राथिमिकी में निर्दोषों को फंसाने का लगाया आरोप।
दरभंगा: जिले के जाले में दोघड़ा बाजार परिसर में एक नवम्बर को आयोजित महावीरी झंडा महोत्सव के दौरान दोघड़ा और लतराहा झंडा पूजा समिति के बीच रण पर पहले गगनचुंबी झंडा रखने के सवाल पर हुए उपद्रव मामले में बीडीओ दीनबंधु दिवाकर द्वारा जाले थाना में दर्ज करवाई गई एफआईआर में निर्दोष लोगों को फंसाए जाने पर आपत्ति जताते हुए दोघड़ा और लतराहा के जनप्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों ने गुरुवार से दोघड़ा में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरु किया । धरना पर बैठे लोगों का मानना है कि इस मामले में गलत ढंग से एफआईआर दर्ज करवाई गई है। सभी लोग इस मामले में दर्ज एफआईआर को वापस लेने की मांग पुलिस प्रशासन से कर रहे थे।
धरना-प्रदर्शन के समर्थन में गुरुवार को दोघड़ा बाजार बंद रहा। सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानों को बंद कर धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। धरना-प्रदर्शन में जिला पार्षद समता कुमारी के पति धीरेंद्र कुमार, अमरनाथ महतो, सरपंच पति नागेंद्र यादव, ललन शर्मा, संजीत पूर्वे, पवन मेहता, धर्मनाथ महतो, राधेश्याम पूर्वे, विनोद महतो, रमण कुमार सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे।
धरनास्थल पर पहुंचे मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन एसोसिएशन, दरभंगा शाखा के जोनल चेयरमैन मनोहर कुमार झा और अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष सुनील पासवान ने निर्दोष लोगों के उपर हुई प्रशासनिक कार्रवाई की घोर निंदा की और स्थानीय सांसद और विधायक से इस समस्या के समाधान की दिशा में समुचित कदम उठाने का आग्रह किया।
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