Home Featured कृषि रोड मैप के सूत्ररण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन।
December 22, 2022

कृषि रोड मैप के सूत्ररण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन।

दरभंगा: चतुर्थ कृषि रोड मैप के सूत्ररण हेतु प्रगतिशील किसानों के साथ जिला स्तर पर विचार-विमर्श एवं उनके सुझाव को संकलित करने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कृषि विभाग, दरभंगा के ऑडिटोरियम में उप विकास आयुक्त अमृषा बैंस की अध्यक्षता में आयोजित की गयी।

उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में संयुक्त निदेशक (कृषि) चन्द्रशेखर सिंह एवं मुख्यालय से आये उप निदेशक सनत कुमार जयपुरिया उपस्थित थे।

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कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें उप विकास आयुक्त ने कहा कि कृषि से जुड़ी सभी क्रिया के माध्यम से ही दरभंगा कृषि विकास संभव है, इसलिए किसान को अपनी आय को दुगुनी करनी है, तो सभी सहायक क्रियाओं को भी आत्मसात करने का प्रयास करना होगा।

संयुक्त निदेशक (कृषि) चन्द्रशेखर सिंह ने कृषि रोड मैप के माध्यम से विगत एक दशक में जो बदलाव आए है, उसकी विस्तृत चर्चा की।

मुख्यालय से आये उप निदेशक सनत कुमार जयपुरिया ने कृषि रोडमैप के इस कार्यशाला को गंभीरता से लेने की सलाह दी और कहा कि प्रासंगिक सुझाव को ही सामने रखे, ताकि मिथिलांचल का विकास हो सके।

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कृषि रोडमैप के इस कार्यशाला में प्रत्येक प्रखण्ड से पाँच किसान आए थे। सभी किसानों ने एक-एक कर अपने विचार को बताया। इन विचारों में जल निकासी प्रबंधन, समतलीकरण व्यवस्था पर जोड़, बंजर जमीन का चकबंदी की व्यवस्था, पंचायत स्तर पर मंडी की व्यवस्था, समेकित कृषि प्रणाली का विस्तार पंचायत स्तर, जंगली जानवर के नियंत्रण की व्यवस्था एवं नहर निर्माण व्यवस्था आदि पर जोर देने के लिए कहा।

विचार व्यक्त करने वाले प्रमुख किसानों में जाले के अमरेंद्र कुमार एवं धीरेंद्र कुमार सिंह, कुशेश्वरस्थान पूर्वी के शंभू कुमार, किरतपुर के राहुल कुमार झा, घनश्यामपुर के संजीव कुमार मिश्र, गौड़ाबौराम के अमानुल्लाह एवं वीरेंद्र प्रसाद यादव, मनीगाछी के सत्येंद्र नाथ बोस, अलीनगर के मोहम्मद हसनैन एवं ब्रज भूषण झा, बिरौल के रणधीर चौधरी, बेनीपुर के प्रकाश झा, बहेड़ी के रामविलास मंडल एवं विवेकानंद झा, सिंहवाड़ा के चंद किशोर सिंह, हनुमाननगर के रामदयाल, हायाघाट के दिनेश भगत एवं दरभंगा सदर के जयंत कुमार एवं हरिमोहन चौधरी शामिल है।

इस बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, नाबार्ड के डी.डी.एम. एवं नलकूप के सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता और मत्स्य पालन विस्तार पदाधिकारी, कृषि विभाग के सभी सहायक निदेशक, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, उप परियोजना निदेशक एवं अन्य पदाधिकारी ने हिस्सा लिया।

इस कार्यक्रम के उद्देश्य के संदर्भ मे परियोजना निदेशक पूर्णेन्दु नाथ झा ने बताया कि रोड मैप भविष्य का संकल्प है और पहली बार बॉटम डाउन एप्रोच के तहत जिला स्तर पर किसानों से सुझाव प्रखण्डवार ली गई।

जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कृषि रोडमैप की संकल्पना एवं किसानों को भौगोलिक जलवायु के अनुसार सुझाव देने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने पूरे कार्यक्रम का समन्वय करते हुए कहा कि रोड मैप कृषि के विकास के माध्यम से किसानों की आय को बेहतर किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि इस रोड मैप के पाठशाला में 200 से अधिक किसान और विभिन्न विभाग के प्रतिनिधि हिस्सा लिया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन सहायक निदेशक इंजीनियरिंग द्वारा किया गया।

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