Home Featured मिथिला की धरती की सेवा करना बहुत सुखद लागत है : स्वास्थ मंत्री।
2 days ago

मिथिला की धरती की सेवा करना बहुत सुखद लागत है : स्वास्थ मंत्री।

दरभंगा: बहुत सुखद लागत है, जब मिथिला की धरती की सेवा करने का मौका मिलता है। स्वास्थ्य सेवा की राजधानी दरभंगा है। अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य में 8 औषधि भंडार गृह का निर्माण किया जाएगा।

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जिसमें से एक के निर्माण के लिए डीएमसीएच के परिसर में सोमवार को बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने 9.37 करोड़ की लागत से क्षेत्रीय औषधि भंडार गृह का शिलान्यास करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से दरभंगा और मधुबनी जिला समेत आस-पास के सभी जिलों के दवाओं को यहां से भेजी जाएगी।

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साथ ही इसके इसके चालू होने से स्वास्थ्य उपकेन्द्र, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल एवं राजकीय चिकित्सा अस्पतालों में सुचारू रूप से दवाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी। इसके संचालन से दवाओं के बेहतर रख-रखाव हो सकेगी। क्षेत्रीय औषधि भंडार गृह प्री फैब्रिकेटेड होगा। जो 18 हजार वर्ग फीट में बनेगा। जिसे 6 माह में काम को पूरा करना है। इस क्षेत्रीय औषधि भंडारगृह में दवाओं के रखने के लिए अत्याधुनिक उपकरण लगाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अस्पतालों में 350 तरह से अधिक दवा पहुंचाई जा रही है। 80 तरह की दवा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की जा रही है।

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अभी तक बिहार में 1 करोड़ 52 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने लोगों से अपील किया कि जिन लोगों का राशन कार्ड में नाम है। वे अपने परिवार के प्रत्येक लोगों का आयुष्मान कार्ड जरूर बनवाएं। तभी इलाज का फायदा परिवार के सभी लोग उठा सकेंगे। कहा कि आयुष्मान कार्ड से राज्य के 1833 करोड़ रुपये का इलाज हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर यह योजना नहीं होता तो यहां के लोगों का इलाज में रुपये खर्च इतना होता। अब वे इस रुपये को अपने परिवार के विकास खर्च कर सकेंगे। अभी तक बिहार में 1 करोड़ 52 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है। जो कुल बनने वाले आयुष्मान कार्ड का 85 प्रतिशत हुआ।

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चिकित्सकों को टीम के रूम में काम करने की सलाह दी गई स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डीएमसीएच परिसर में जितना बेड को बढ़ाना है। उसके लिए काम चल रहा है। अब डीएमसीएच नया स्वरूप में दिखेगा। संचिका के अंदर कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है। लाचार, गरीब लोगों तक इलाज की बेहतर सुविधा मिले, यही हमारा मकसद हैं। उन्होंने सभी चिकित्सकों को टीम के रूम में काम करने की बात कहीं।

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