डीएमसीएच में रंगे हाथ धराया एक चोर, दो दिन पूर्व उपाधीक्षक पर हुआ था हमला।
डीएमसीएच में उचक्कों की सक्रियता थमने का नाम नहीं ले रही है। उनके बढ़ते मनोबल से अस्पताल प्रशासन को नाकों दम कर रखा है। गुरुवार की देर रात उचक्कों ने इमरजेंसी के बगल में स्थित अस्पताल के सीओटी को अपना निशाना बनाया।
शक होने पर ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने सीओटी के अंदर घुसे एक उचक्के को दबोच लिया। वहीं खिड़की के बाहर खड़ा दूसरा उचक्का अंधेरे का फायदा उठाते हुए वहां से फरार हो गया। दबोचे गए उचक्के को बेंता पुलिस के हवाले कर दिया गया। अधीक्षक को पत्र लिख कर सिक्योरिटी एजेंसी के सुपरवाइजर ने घटना की जानकारी देते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
सूत्रों के अनुसार सुरेश राम नामक सुरक्षा गार्ड रात की ड्यूटी कर रहा था। देर रात उसे सीओटी के अंदर ऑक्सीजन के रिसाव की आवाज सुनाई पड़ी। अंदर प्रवेश करने पर वहां का सारा सामान अस्तव्यस्त पाया गया। तलाशी लेने के दौरान उसने टेबल के नीचे छिपे एक उचक्के को दबोच लिया। वहीं खिड़की के बाहर खड़ा उचक्का वहां से फरार हो गया। बताया जाता है कि उचक्के ने सीओटी से चुरा ले जाने के लिए बिजली तार, बूस्टर पंप, अलमुनियम चैनल व ऑक्सीजन पाइप के अलावा लोहे के सामान एक जगह इकट्ठा कर रखा था। सुरक्षा गार्ड की मुस्तैदी से सरकारी संपत्ति चोरी जाने से बच सकी।
दो दिनों पहले कुछ उचक्कों ने उपाधीक्षक डॉ. हरेंद्र कुमार की कार पर हमला किया था। हालांकि चालक की मुस्तैदी की वजह से वे वहां से बच कर निकल सके। डॉ. कुमार ने घटना के सिलसिले में अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। घटना के सिलसिले में बेंता ओपी की पुलिस को भी मौखिक सूचना दी गई थी। उपाधीक्षक ने बताया कि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि उन पर हमला क्यों किया गया था। उन्होंने बताया कि अधीक्षक को घटना की जानकारी देते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई गई है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने लीगल एड डिफेंस काउंसिल के सदस्यों के साथ की बैठक।
दरभंगा: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष विनोद कुमार…