जलजमाव से झील बनी सड़क, आक्रोशित ग्रामीणों ने धनरोपनी कर जताया विरोध।
दरभंगा: जिले के किरतपुर प्रखंड के रसियारी गांव से किरतपुर जाने वाली सड़क हल्की बारिश में झील में तब्दील हो जाती है। वहीं आज सड़क पर जलजमाव की समस्या को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर धान की रोपनी किया। स्थानीय ग्रामीण कन्हैया कुमार, कौशल झा, श्यामल कुमार, मनीष कुमार ने बताया कि लगभग 10 वर्षों से बारिश के समय सड़क पर जल जमाव की समस्या बनी हुई। ऐसे में ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। जल जमाव की समस्या को लेकर अब तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई पहल नहीं हो सका। गांव के छोटे छोटे बच्चे और लोगों को प्रखंड मुख्यालय, विद्यालय, आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, जन वितरण प्रणाली केंद्र आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। सड़क में जलजमाव के दुर्गंध से कीड़े-मकोड़े पनपने लगते हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए ग्रामीण कन्हैया कुमार ने बताया कि रसियारी गांव से मुख्य सड़क होने के कारण लोगों को किरतपुर बांध पर इन्ही रास्ते से जाना पड़ता है। आगे उन्होंने बताया है कि यह रोड दर्जनों गांव छिलकौरा, तेतरी, नीमा, दोहथा, बागरस को जोड़ने वाली सड़क है। इस रोड से रोजाना पांच हजार लोगों का आना-जाना रहता है, लेकिन अब तक जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इससे लोगों को जलजमाव की समस्या 7 से 8 महीने झेलनी पड़ती है।
वहीं आक्रोशित लोगों ने शनिवार को सड़क पर बास-बल्ला लगाकर रसियारी गांव से किरतपुर मुख्य मार्ग पर जाने वाले सड़क को टीनही पुल के पास कई घंटों तक जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान धान का रोपनी किया और स्थानीय मुखिया फेकन कामती, विधायक स्वर्णा सिंह और दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर का पुतला दहन कर नारेबाजी किया। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर जाम को खत्म करवा दिया और आवागमन चालू करवा दिया। इस संबंध में अंचलाधिकारी आशुतोष सनी ने बताया है कि पीडब्ल्यूडी बेनीपुर को जानकारी दे दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर ही लोगो को जलजमाव की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
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