धावा दल द्वारा बाल श्रमिक को कराया गया विमुक्त।
दरभंगा: दरभंगा के श्रम अधीक्षक किशोर कुमार झा के निर्देश पर जिले के हायाघाट प्रखंडके श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी साधना भारती के नेतृत्व में हायाघाट प्रखण्ड के विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में धावा दल की टीम द्वारा सघन जाँच अभियान चलाया गया।
सघन जाँच अभियान के दौरान धावा दल की टीम द्वारा बलहा चौक स्थित नाश्ता मिठाई की एक दुकान से एक बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया। विमुक्त बाल श्रमिक को बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित कर निर्देशानुसार उन्हें बाल गृह में रखा गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए श्रम अधीक्षक ने बताया कि पात्र बाल श्रमिक को शैक्षणिक पुनर्वास के अतिरिक्त तीन हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से पच्चीस हजार रूपए की राशि भी दी जाती है। अठारह वर्ष की आयु पूरी करने की अवधि तक का एफडी कराया जाता है,जो उनके आगे की पढ़ाई या अन्य कार्यों में मदद के लिए प्राप्त होता है। साथ ही उनके परिवार को प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न विभागों की कल्याणकारी योजनाओ से आच्छादित भी कराया जाता है, जिसकी मॉनिटरिंग जिलाधिकारी के द्वारा प्रत्येक माह के जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारीयों से की जाती है।
धावा दल की टीम के द्वारा आज हायाघाट प्रखण्ड दरभंगा के विभिन्न क्षेत्रों एवं सभी दुकान एवं प्रतिष्ठान में सघन जांच की गई तथा सभी नियोजकों से किसी भी बाल श्रमिक को नियोजित नहीं करने हेतु एक शपथ पत्र भरवाया गया।
इस धावा दल टीम के सदस्य के रूप में बहादुरपुर श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सहाना प्रवीण, जाले के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी प्रेम कुमार शाह एवं अन्य शामिल थे।
श्रम अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि धावा दल नियमित रूप से प्रत्येक सप्ताह संचालित होगा तथा दरभंगा शहर के अलावा सभी अनुमंडल मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालयों में भी धावा दल संचालित किया जाएगा। बाल श्रमिकों को नियोजित करने वाले नियोजकों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निःशुल्क विधिक सेवा शिविर आयोजित कर लोगों को किया जागरूक।
दरभंगा: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार विनोद कुमार त…