भारतबंद का दरभंगा में रहा मिलाजुला असर, शहर में चौक-चौराहों पर दिखा जाम।
दरभंगा: भीम आर्मी एवं समस्त बहुजन दलित समाज और बहुजन दलित सामाजिक संगठन के आह्वान पर सम्पूर्ण भारत बंद का दरभंगा में मिलाजुला असर रहा। यहां एससी/एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में लोग सड़क पर उतर कर नारेबाजी करते हुए दरभंगा-लहेरियासराय मुख्य पथ को जगह-जगह आगजनी और बांस-बल्ला से घेर कर यातायात को ठप कर दिया।
वहीं आंदोलनकारी 26 नम्बर म्युजियम गुमटी के पास पहुंच कर दरभंगा-नई दिल्ली संपर्कक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन पर चढ़कर करीब एक घण्टे तक रोक कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया। आरपीएफ और जीआरपी के हस्तक्षेप के बाद आंदोलनकारी वहां से हटने को तैयार हुए। बंद के मद्देनजर किसी प्रकार के अनहोनी से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखा गया। सड़क पर वरीय पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सिटी एसपी और एसडीपीओ स्वयं पुलिसकर्मियों के साथ सड़क पर मुस्तैद दिखे। आंदोलनकारियों मेडिकल, पुलिस और फायर सेवाओं को बंद से मुक्त रखा था। वहीं दूसरी ओर दरभंगा में बंद को देखते हुए सभी निजी स्कूल प्रबन्धकों ने पढ़न-पाठन कार्य को स्थगित कर था।
शहर के लहेरियासराय में आंदोलन का नेतृत्व वीरेंद्र पासवान उर्फ गुरुजी, प्रदीप पासवान, सुनीति रंजन दास, गौतम सिंह पासवान, गुंजन कुमारी आदि कर रहे थे। वहीं कई जगहों पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को भी बंद के समर्थन में सड़कों पर देखा गया। बंद के बावजूद दरभंगा के मुख्य बाजार में दुकानें खुली, लेकिन इसके बाद भी सड़कों पर आम लोग के साथ-साथ वाहनों की संख्या नगण्य ही थी।
निःशुल्क विधिक सेवा शिविर आयोजित कर लोगों को किया जागरूक।
दरभंगा: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार विनोद कुमार त…